पेरिस। भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक 2024 में फाइनल मुकाबले के लिये अयोग्य ठहराये जाने के बाद गुरुवार को कुश्ती को अलविदा कह दिया। वहीं अमेरीकी पहलवान सारा एन हिल्डेब्रांट ने कुश्ती का खिताब जीत लिया। हिन्डेब्रांट ने फाइनल मुकाबले में युसनेलिस गुजमान को 50 किग्रा वर्ग में हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया।
उल्लेखनीय है कि विनेश को फाइनल मैच के लिए अयोग्य घोषित किए जाने के बाद सेमीफाइनल मैच में विनेश से हारी युसनेलिस गुजमान लोपेज को फाइनल मुकाबले में जगह दी गई थी। इससे पहले निराश विनेश ने सोशल मीडिया पर अपने संन्यास की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा वह अब हमेशा के लिए कुश्ती छोड़ रही हैं।
उन्होंने अपनी मां प्रेमलता को संबोधित करते हुए लिखा कि मां, कुश्ती मुझसे जीत गई, मैं हार गई। आपके सपने और मेरी हिम्मत टूट गई है। मुझमें अब और आगे बढ़ने की ताकत नहीं है। अलविदा कुश्ती 2001-2024। मैं हमेशा आप सभी की ऋणी रहूंगी। माफी।
गौरतलब है कि बुधवार को 50 किग्रा कुश्ती वर्ग के फाइनल मुकाबले के लिए विनेश फोगाट को यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) द्वारा अयोग्य घोषित किया गया था।
विनेश पेरिस 2024 में मंगलवार को जापान की मौजूदा ओलंपिक चैंपियन यूई सुसाकी, यूक्रेन की पूर्व यूरोपीय चैंपियन ओक्साना लिवाच और क्यूबा की मौजूदा पैन अमरीकन गेम्स चैंपियन युसनेलिस गुजमान को हराकर महिलाओं के 50 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में पहुंचीं थीं।
हालांकि, ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल मैच में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय महिला बनने के लिए तैयार विनेश का सपना टूट गया। अपने वजन को कम करने के लिए किए गए अथक प्रयासों के बावजूद विनेश का वजन उनके भार वर्ग 50 किग्रा से थोड़ा अधिक पाया गया और उन्हें कुश्ती फाइनल मुकाबले के लिए अयोग्य करार कर दिया गया।
इसके बाद भोजन और तरल पदार्थों की कमी से हुए डिहाइड्रेशन की वजह से विनेश को ओलंपिक गांव के एक पॉलीक्लिनिक में ले जाना पड़ा। उन्होंने वजन कम करने के लिए खाना-पीना बंद कर दिया था।
विनेश भारतीय पहलवानों के इतिहास में सबसे सफल पहलवानों में से एक हैं। विनेश तीन बार की ओलंपियन, दो बार विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता, तीन बार राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन और एशियाई खेलों और एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता रहीं।
पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने भारत को दिलाया चौथा कांस्य पदक