जयपुर। राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने रविवार को यहां सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित कर उन्हें लोकसभा चुनाव-2024 के कार्यक्रम तथा आदर्श आचार संहिता की जानकारी दी।
शासन सचिवालय में आयोजित बैठक में निर्वाचन विभाग ने सभी दलों से स्वतंत्र-निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान तथा आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के लिए पूर्ण सहयोग देने का आग्रह किया है। प्रत्येक प्रत्याशी एवं राजनीतिक दलों को अपनी बेबसाइट, सोशल मीडिया हेन्डल, राष्ट्रीय एवं स्थानीय समाचार पत्रों में प्रत्याशी की आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में कम से कम तीन बार प्रकाशित करवाना होगा। सभी पोलिंग बूथ पर बीएलए की नियुक्ति तुरंत प्रभाव से करने का भी आग्रह किया।
गुप्ता ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदाता सूचियों के अपडेशन, मतदान केन्द्रों के पुनर्गठन, चुनाव के लिए कार्मिकों की तैनाती तथा बूथ स्तर तक निर्वाचन प्रबंधन के बारे में निर्देश दिए। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट के स्टॉक की समीक्षा करने तथा इन मशीनों का समुचित रैंडमाइजेशन करने का सुझाव दिया।
गुप्ता ने आपराधिक मामलों वाले अभ्यर्थियों के संबंध में आयोग के निर्देशानुसार मीडिया माध्यमों में सूचना प्रकाशन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों को चुनाव खर्च की मॉनिटरिंग के लिए विभिन्न टीमों, उडनदस्तों आदि में नियोजित कर्मचारियों को मॉनिटरिंग प्रक्रिया की जानकारी, खर्च के लेखांकन तथा लेखा समाधान बैठकों के आयोजन के लिए भी निर्देशित किया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि भारत निर्वाचन आयोग चुनाव प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों से बिना किसी भय एवं पक्षपात के अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने की अपेक्षा करता है। सभी अधिकारी लगातार आयोग के नियंत्रण, पर्यवेक्षण एवं अऩुशासन में रहकर कार्य करें उनका आचरण हर समय संदेह से परे रहना चाहिए। चुनाव कार्य के दौरान कर्तव्य निर्वहन में किसी भी कमी एवं लापरवाही पर आयोग संबंधित अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करेगा।
उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को वीसी के माध्यम दिए निर्देश कि चुनाव कार्य के सुरक्षा प्रबंधन में मतदान कर्मियों, केन्द्रों एवं सामग्री की सुरक्षा भी शामिल है। ऐसे में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं विश्वसनीय तरीक से चुनाव के लिए अनुकूल, शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करना सभी की जिम्मेदारी है। इसके लिए स्थानीय स्तर पर राज्य पुलिस बल के साथ-साथ केन्द्रीय पुलिस बलों की आवश्यकतानुसार तैनाती की जानी चाहिए। उन्होंने जमीनी स्थिति के आकलन के आधार पर संवेदनशील इलाकों में कमजोर वर्गों, अल्पसंख्यकों आदि में विश्वास जगाने के लिए फ्लैग मार्च आदि के आयोजन के निर्देश दिए।
गुप्ता ने मतदान का प्रतिशत बढाने के लिए मतदाताओं को जागरूक करने, नवपंजीकृत मतदाताओं को ईवीएम की जानकारी देने तथा लोकसभा आम चुनाव में अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करने पर जोर दिया। इन्होंने अधिकारियों से कहा कि निर्वाचन सामग्री के लिए सभी जरूरी आपूर्ति समय रहते सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सभी जिलों में मीडिया प्रकोष्ठ की स्थापना और मीडिया में जारी होने वाले राजनैतिक विज्ञापनों के अधिप्रमाणन के लिए जिला स्तरीय समितियों के गठन के भी निर्देश दिए।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में राज्य पुलिस के नोडल ऑफिसर एवं एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग के नोडल ऑफिसर, सभी संभागीय आयुक्त तथा पुलिस रेंज के महानिरीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।
वीसी से पहले मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मीडिया कार्मिकों के आमुखीकरण कार्यक्रम में चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों के निस्तारण में मीडिया से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि निर्वाचन विभाग सी-विजिल एप के जरिए प्राप्त होने वाली शिकायतों के साथ मीडिया में प्रकाशित- प्रसारित खबरों पर भी नजर रखेगा और उनका यथाशीघ्र समुचित निस्तारण करेगा।
उन्होंने मतदाता जागरूकता के लिए चलाए जा रहे अभियानों, स्वीप गतिविधियों, मतदाता सूचियों के अपडेशन, चुनावी खर्च की मॉनिटरिंग तथा आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में मीडिया की प्रभावी भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने मीडियाकर्मियों से इन गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होकर निष्पक्ष, भयमुक्त और धनबल के प्रभाव से रहित चुनाव संपन्न कराने में सहयोग का आह्वान किया।
लोकसभा आम चुनाव- 2024 के दौरान मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए निर्वाचन विभाग की पहल पर व्यापक स्तर पर स्वीप गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। गुप्ता ने मतदाता सूची में अपना नाम खोजने की प्रक्रिया के तहत रविवार को राज्य के सभी मतदान केन्द्रों पर विशेष अभियान चलाया गया।
गुप्ता ने बताया कि इससे पहले 10 मार्च को प्रदेश के सभी मतदान केन्द्रों पर आयोजित विशेष अभियान आओ बूथ चले अभियान के तहत 6,84,199 मतदाताओं ने मतदाता सूची में अपना नाम खोजा। इनमें से 2,12,742 मतदाताओं ने वोटर हेल्प लाइन एप के माध्यम से अपना नाम मतदाता सूची में देखा। अभियान के तहत 1,37,082 मतदाताओं ने वीएचए एप डाउनलोड किया। अभियान के तहत 15,390 पात्र मतदाताओं ने मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए आवेदन किया।