यरुशलम। इजराइयल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को हमास के खिलाफ गाजा में युद्ध का दूसरा चरण शुरू करने की घोषणा की और कहा कि लड़ाई लंबी चलेगी।
टेलीविजन पर एक संबोधन में नेतन्याहू ने कहा कि इजराइली फौजें बुराई के द्वार को तोड़कर गाजा में घुस चुकी हैं। हमारा सर्वाच्च लक्ष्य हत्यारे दुश्मन को पूरी तरह से हराना और अपने अस्तित्व को सुरक्षित करना है। इजराइली प्रधानमंत्री ने कहा कि हमास को ईरान का साथ मिल रहा है। हमास का 90 फीसदी खर्च ईरान उठाता है।
उल्लेखनीय है कि हमास ने सात को अक्टूबर को इजराइल पर अप्रत्याशित रूप से धावा बोल कर और रॉकेटों को दाग कर 1300 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी थी। इस दौरान हजारों को घायल हुए थे और हमास के हमलावरों ने कई लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद इजरायल ने हमास के ठिकानों पर भारी हवाई हमले किए और उसकी फौजे अब गाजा में प्रवेश कर चुकी हैं।
बंधक मुद्दे पर इजरायल से बात करने को तैयार है हमास
इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने शनिवार को कहा कि वह बंधक मुद्दे को सुलझाने के लिए इजरायल के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है। ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने टेलीविज़न संबोधन में कहा कि अगर इज़राइल इस मुद्दे को एक बार में हल करना चाहता है, तो हम इसके लिए तैयार हैं। अगर वह प्रक्रिया को कई दौरों में विभाजित करना चाहता है, तो हम भी तैयार हैं।
उन्होंने दावा किया कि बंधकों के मुद्दे को हल करने की कोशिश के लिए संपर्क किए गए थे, लेकिन इज़राइल ने वास्तविक गंभीरता नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि समूह द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करने की एकमात्र शर्त यह है कि इज़राइल सभी फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त कर दे।
संभावित बंधक रिहाई सौदे पर रिपोर्टों के जवाब में इज़राइल रक्षा बलों के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने शुक्रवार को रिपोर्टों को हमास द्वारा नियोजित मनोवैज्ञानिक आतंक करार दिया। आईडीएफ के अनुसार, गाजा में कुल 229 बंधकों को रखा गया है, जिनमें से अधिकांश नागरिक हैं।
उल्लेखनीय है कि सात अक्टूबर को अल-क़सम ब्रिगेड ने इज़राइली साइटों पर हजारों रॉकेट दागकर और गाजा की सीमा के पास घुसपैठ करने वाले शहरों पर एक आश्चर्यजनक हमला किया, जिसमें इज़राइल के कम से कम 1,400 लोग मारे गए और कई बंधकों को गाजा में ले जाया गया। वहीं, इज़राइल ने जवाबी कार्रवाई में गाजा पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए, जिसमें तटीय इलाके में 7,700 से अधिक लोग मारे गए।
इजराइल में दागे हैं रॉकेट : कसम ब्रिगेड
ट्यूनिस। हमास की सैन्य शाखा क़सम ब्रिगेड ने शनिवार को कहा कि उसने नागरिकों के नरसंहार के जवाब में इजराइल में रॉकेट दागे हैं।ब्रिगेड की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि ज़ायोनीवादियों द्वारा नागरिकों के नरसंहार के जवाब में क़सम ब्रिगेड ने तेल अवीव पर रॉकेट दागे। सैन्य विंग ने कहा कि उसने गाजा पट्टी सीमा के पास दक्षिणी इजराइली शहर मिवताहिम में इजराइली सैनिकों के जमावड़े पर रॉकेट दागे हैं।
उल्लेखनीय है कि सात अक्टूबर को फिलिस्तीनी समूह हमास ने गाजा पट्टी से इजराइल के खिलाफ पैमाने पर रॉकेट हमला किया था और इजराइली सीमा में घुसकर सैकड़ों लोगों की हत्या की थी तथा कई लोगों को बंधक बना लिया था।
वहीं इज़राइल ने जवाबी हमले शुरू किए और 20 से अधिक की आबादी वाले गाजा पट्टी की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश दिया। इजराइल ने यहां पानी, भोजन और ईंधन की आपूर्ति बंद कर दी। बाद में मानवीय सहायता वाले ट्रकों को गाजा पट्टी में प्रवेश की अनुमति देने के लिए नाकाबंदी में ढील दी गई। संघर्ष के बढ़ने से लगभग 1,400 इजराइलियों और 7,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है।