जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में भांकरोटा के पास शुक्रवार को हुए गैस टैंकर हादसे को लेकर जिला प्रशासन पूरी संवेदनशीलता बरतते हुए दुर्घटना के पीड़ितों, घायलों के सर्वोत्तम उपचार एवं मृतकों के आश्रित परिजनों सभी जरूरतों के लिए आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है और 9 मृतकों की शिनाख्त के बाद उनके आश्रितों के बैंक खाते में मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5-5 लाख रुपए एवं भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा देय 6-6 लाख रुपए की मुआवजा राशि हस्तांतरित कर दी गई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मामले में संवेदनशीलता बरतते हुए कलक्टर डा जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देश पर शिनाख्त मृतकों के परिजनों के बैंक खाते में सहायता राशि के हस्तांतरण की संपूर्ण प्रक्रिया महज 24 घंटे में सुनिश्चित कर ली गई। जिला प्रशासन द्वारा 14 मृतकों में से 9 मृतकों की शिनाख्त किए जाने के पश्चात मृतक आश्रितों के बैंक खातों में यह राशि हस्तांतरित कर दी गई।
इसके अलावा शिनाख्त किए गए 9 मृतकों में से मुख्यमंत्री आयुष्मान दुर्घटना बीमा योजना के बीमित छह मृतकों के आश्रितों के बैंक के खाते में योजना के तहत 5-5 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि हस्तांतरित की गई है वहीं दुर्घटना में घायलों को भी नियमानुसार सहायता राशि मुहैया कराने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
डा सोनी दुर्घटना के मृतकों एवं घायलों के परिजनों के संपर्क में है। रविवार को जिला कलक्टर ने दुर्घटना के मृतकों एवं घायलों के परिजनों से धर्मशाला में जाकर मुलाकात की एवं दुर्घटना को लेकर संवेदना प्रकट की। इस दौरान उन्होंने दुर्घटना के मृतकों एवं घायलों के परिजनों को जिला प्रशासन द्वार हर संभव सहायता मुहैया करवाने का आश्वासन भी दिया।
जिला प्रशासन द्वारा सवाई मानसिंह अस्पताल में कैंप कार्यालय संचालित किया जा रहा है। इस कैंप कार्यालय में 24 घंटे के दौरान तीन शिफ्टों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही है।