पुष्कर। जलझूलनी एकादशी पर जोगणिया धाम की ओर से हर साल की तरह इस बार भी सातू बहना बिजासन मां तथा बाबा रामदेव पीर की भव्य रेवाडी निकाली गई। सजी-धजी अलौकिक झांकियों की रेवाडी को तीर्थ राज पुष्कर नगरी में भ्रमण कराया गया तथा पुष्कर सरोवर के जयपुर घाट पर जल से अभिषेक और विधिवत पूजा के बाद रेवाडी गाजे बाजे के साथ पुन: जोगणियाधाम पहुंची।
रेवाडी का यह अदभुत नजारा श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक आनंद का स्रोत बना। विदेशी महिला पर्यटकों ने भी बैंड बाजों की धुन पर जमकर नृत्य किया। बड़ी संख्या में आस-पड़ोस के गांवों और दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने इस दिव्य आयोजन का आनंद लिया और भगवान की झांकियों के जल विहार के दर्शन किए।
धाम के संस्थापक ज्योतिषाचार्य भंवरलाल ने बताया कि प्रभाती देवी मेघवंशी की यादगार में बीते 17 वर्ष से जोगणिया धाम पुष्कर परिवार की और से यह रेवाडी आईडीएसएमटी कोलोनी माधव नगर अजमेर चुंगी नाके के सामने से तीर्थ सरोवर पुष्कर के जयपुर घाट तक निकाली जाती है। घाट पर जलाभिषेक और महाआरती के बाद वापस रेवाडी जोगणिया धाम पुष्कर में आती है।