जोधपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि कांग्रेस की प्रवक्ता राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सूबे में बेटियों की सुरक्षा, लचर कानून-व्यवस्था, माफिया राज, भ्रष्टाचार, पेट्रोल-डीजल की भारी भरकम कीमत, किसानों की कर्जमाफी और बेरोजगारी भत्ते जैसे मसलों पर भी सवाल करतीं। शेखावत ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि राजस्थान की जनता एक-एक दिन गिन रही है कि कब विधानसभा के चुनाव हों और कांग्रेस की इस भ्रष्ट सरकार को विदा किया जाए।
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने एक बयान जारी कर कहा कि देश में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल राजस्थान में मिल रहा है, जबकि राजस्थान से सटे भाजपा शासित प्रदेश 10-10 रुपए सस्ता पेट्रोल-डीजल बेच रहे हैं। जनता की जेब काटकर इकट्ठा किए गए पैसों से सस्ता सिलेंडर देने का नाटक किया जा रहा है। वह भी कब से मिलेगा, किसी को पता नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के महंगाई राहत कैंपों की सच्चाई को जनता भली-भांति जानती है। इस तरह की भीषण गर्मी में जनता को लाइनों में लगाकर राहत देने के बजाय आहत करने का काम हो रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चिरंजीवी योजना पर बड़ी-बड़ी बातें करने के पहले कांग्रेस प्रवक्ता को इस योजना की असलियत अपनी पार्टी के विधायकों से पूछ लेनी चाहिए थी। प्रवक्ता को उन लोगों के नाम भी बताने चाहिए थे, जिन्हें चिरंजीवी योजना में 10-10 लाख रुपए का मुफ्त इलाज मिला है।
शेखावत ने कहा कि बेरोजगारी की बात कांग्रेस के मुंह से अच्छी नहीं लगती। देश में यदि सबसे अधिक कहीं बेरोजगारी है तो वह राजस्थान में है। कांग्रेस प्रवक्ता को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से यह भी पूछना चाहिए था कि यहां बेरोजगारों को रोजगार और भत्ता कब मिलेगा? कब पेपरलीक होने बंद होंगे और कब पेपरलीक के दोषियों को सजा मिलेगी?
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता को भ्रष्टाचार की बात करने से पहले अपने मंत्रियों के विचार सुन लेने चाहिए थे। गहलोत जी के मंत्री ही अपनी सरकार को देश की भ्रष्टतम सरकार बता रहे हैं। उनके अपने पूर्व उप मुख्यमंत्री अपनी ही सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर पदयात्रा निकाल रहे हैं। आए दिन भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी पकड़े जा रहे हैं। अब तो मुख्यमंत्री जी की नाक के नीचे योजना भवन की अलमारियों से नोटों के बंडल और सोना बरामद हो रहा है।
उन्होंने कहा कि एक प्रश्न इस पर भी कांग्रेस प्रवक्ता को गहलोत जी से पूछना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में आपके नेता राहुल गांधी ने एक से दस तक गिनती गिनकर किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ करने का वादा किया था। उस वादे का क्या हुआ? यह प्रश्न कांग्रेस प्रवक्ता को राहुल गांधी और अशोक गहलोत से पूछना चाहिए।
शेखावत ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता को अपने मुख्यमंत्री से पूछना चाहिए कि जल जीवन मिशन के लिए 27 हजार करोड़ रुपए जो प्रधानमंत्री मोदीजी ने राजस्थान को दिए हैं, उसमें से कितने रुपए खर्च किए गए। सवाल पूछने से पहले कांग्रेस प्रवक्ता को मोदीजी द्वारा राजस्थान में कराए गए इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट्स और अन्य विकास कार्यों को भी देख लेना चाहिए। शेखावत ने कहा कि जनता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी पर विश्वास है, तभी तो वर्ष 2014 में राजस्थान की 25 की 25 सीटें देने के बाद वर्ष 2019 में भी दोबारा राजस्थान के लोगों ने मोदी जी को 25 की 25 लोकसभा सीटों का आशीर्वाद दिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी निश्चिंत रहे कि वर्ष 2024 के आम चुनाव में भी जनता का आशीर्वाद मोदीजी को मिलने जा रहा है। दूसरी ओर, राजस्थान की जनता एक-एक दिन गिन रही है और कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार को विधानसभा के चुनावों में भी सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। जनता सूबे में मोदीजी के मार्गदर्शन में चलने वाली भाजपा की सरकार बनाने का मन बना चुकी है। अब तो खुद कांग्रेस के मंत्री कह रहे हैं कि इस बार पार्टी के विधायक फॉर्च्यूनर गाड़ी में बैठने लायक आएंगे।