जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में शनिवार को सैकड़ों दुपहिया एवं चौपहिया वाहनों के साथ जीव जागरण धर्म यात्रा निकालकर जयपुरवासियों को शाकाहारी, सदाचारी एवं नशामुक्त बनने का सन्देश दिया गया।
देश-दुनिया में शाकाहार, सदाचार और नशा मुक्ति के लिए लोगों में वैचारिक क्रांति की अलख जगाने वाले जयगुरुदेव नाम से प्रसिद्ध संत एवं उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त महाराज के आह्वान पर बड़ी संख्या में उनके भक्तों ने बड़े जोर-शोर एवं गाजे-बाजे से यह यात्रा निकाली।
इस दौरान भक्तों द्वारा अपने गुरु महाराज की वैश्विक प्रार्थना जैसे हाथ जोड़कर विनय हमारी, तजो नशा बनो शाकाहारी; कलयुग जाने वाला है, सतयुग आने वाला है आदि को जन साधारण तक पहुंचाया गया।
समय के इस सन्देश और निस्स्वार्थ भाव से भक्तों द्वारा निकाली गयी यात्रा का प्रभाव देखते ही बन रहा था। भक्तों द्वारा देश-प्रदेश में निकाली गई ऐतिहासिक शाकाहार, नशामुक्ति जीव जागरण धर्म यात्रा के प्रथम चरण का भव्य समापन गुलाबी नगरी जयपुर में हुआ जहां इस यात्रा में सम्मिलित होने के लिए राजस्थान प्रांत के सभी जिलों से हजारों की संख्या में गुलाबी वस्त्र धारण कर भक्त लोग पहुंचे। देश-विदेश से पधारे हज़ारों भक्तों को महाराज द्वारा सत्संग सन्देश दिया गया।
इससे पहले यह यात्रा सुबह नौ बजे अजमेर रोड़ ठिकरिया, टोल टैक्स के पास से रवाना होकर 200 फिट बाई पास से पाच्यावाला अंडरपास से खातीपुरा मोड़ से झोटवाड़ा पुलिया से पानीपेच से कलेक्ट्री सर्किल से गवर्नमेंट हॉस्टल से अजमेर पुलिया से मानसरोवर मेट्रो स्टेशन चौराहा से नारायण विहार होते हुए ठीकरिया आश्रम पर सम्पन्न हुई।