रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कथित तौर पर 40 घंटे तक लापता होने की जांच को लेकर झारखंड़ हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल कर जांच की मांग की है।
झारखंड हाईकोर्ट में हैबियस कॉरपस क्रिमिनल रिट याचिका दाखिल की गई है। प्रारंभिक सूचना के मुताबिक अधिवक्ता राजीव कुमार की ओर से रिट याचिका दाखिल की गई है। बताया जाता है कि रिट याचिका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कथित तौर पर लापता होने के कारणों की चर्चा की गई है। इसमें सुरक्षा में चूक सहित मुख्यमंत्री क्यों और कहां गए थे, इसकी भी जांच की मांग की गई है। प्रवर्तन निदेशालय से यह भी पूछा गया है कि क्या उनकी दिल्ली में मुख्यमंत्री से मुलाकात हुई थी।
मुख्यमंत्री आवास में हेमंत सोरेन ने आज सत्ता पक्ष के मंत्री और विधायकों के साथ बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन भी शामिल हुई। बैठक के कुछ देर बाद सत्ताधारी दल के विधायक बापू वाटिका पहुंचे। कुछ ही देर में मुख्यमंत्री भी बापू वाटिका पहुंचे और वहां महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस बीच मुख्यमंत्री ने पहली बार लापता होने की अटकलों पर चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि मैं तो जनता के दिल में हूं, कहां जाऊंगा। क्या मैं कहीं आ-जा भी नहीं सकता।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 28 जनवरी को दिल्ली गए थे। मुख्यमंत्री चार्टड प्लेन से दिल्ली गए थे। इधर, 29 जनवरी को तड़के ईडी के अधिकारी मुख्यमंत्री के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे लेकिन मुख्यमंत्री वहां मौजूद नहीं थे। इसके बाद ईडी के अधिकारियों की एक टीम झारखंड भवन पहुंची लेकिन कर्मियों ने बताया कि मुख्यमंत्री यहां मौजूद नहीं है। मंगलवार को भी सुबह ईडी के अधिकारी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे लेकिन कहा जाता है कि वह नहीं मिले।
रांची में बाबूलाल मरांडी सहित बीजेपी के कई वरीय नेताओं ने इसे संवैधानिक संकट बताया। भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने अरगोड़ा थाने में मुख्यमंत्री के लापता होने की कम्प्लेंट तक लिखा दी। हालांकि, इसके कुछ ही घंटों बाद मुख्यमंत्री रांची पहुंचे और कांके स्थित आवास में सत्ताधारी दल के विधायकों के साथ बैठक की।