जोधपुर। राजस्थान में जीआरपी जोधपुर पुलिस ने रेलगाड़ियों में महिलाओं के गहने चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए उत्तर प्रदेश के गिरोह के सरगना सहित आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक अभिजीत सिंह ने शुक्रवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपी मारुफ अली (66), निवासी कोतवाली जिला बिजनौर, गम्भीर सिंह चौधरी (50), इकबाल अहमद अंसारी (53), नौशाद (44), शरीफ रहमान (52), वसीम अहमद खान (42), महावीर सिंह धीमर (35) और अनिल कुमार लोदी (28) हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के विरूद्ध पूर्व में भी कई मामले दर्ज होना पाया गया है।
सिंह ने बताया कि 13 दिसम्बर को सोजतरोड निवासी कंचन देवी (52) शिकायत की गई थी कि 11 दिसम्बर को वह अपनी परिचित हेमा के साथ सुबह आठ बजे जोधपुर रेल्वे स्टेशन से सोजत रोड़ के लिए जोधपुर इंदौर पैसेंजर ट्रेन में बैठी थी। उसके पास एक बैग था, जिसमे 164 ग्राम सोने के गहने रखे थे। बैग को उसने सीट के नीचे रख दिया।
सोजत रोड़ रेलवे स्टेशन उतरकर बैग की जांच तो उसमें रखे गहनों के बॉक्स से गहने गायब मिले। पीड़ित महिला ने बासनी रेलवे स्टेशन पर उतरे कुछ लड़कों पर चोरी का शक जताया। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए विशेष पुलिस दल गठित किया गया जिसने रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी पहलुओं का विश्लेषण करके पूर्ण नियोजित योजना के तहत गिरोह का पता लगाया और उन्हें दबोंच लिया।
उन्होंने इस गिरोह की वारदात के तरीके की जानकारी देते हुए बताया कि इस गिरोह के सदस्य रेलगाड़ियों के जनरल डिब्बे में सफर करते हैं। गिरोह के सभी 8-9 सदस्य ट्रेन स्टेशन पर लगते ही एक केबिन में पहले से ही सीटें रोक कर बैठ जाते है। जैसे ही केबिन में कोई महिला यात्री आती है, गिरोह का एक सदस्य अपनी सीट उस महिला यात्री को दे देता है।
बाकी महिला के पास में ही अपनी सीट पर बैठे रहते है। वे महिला यात्री का सामान सीट के नीचे की तरफ रखवा देते हैं। धीरे धीरे बैग को खिसका कर अन्तिम सीट पर बैठे मुखिया की ओर खिसका देते हैं जो इसमें से आभूषण निकालकर वापस बैग वहीं पहुंचा देता है।