अजमेर। राजस्थान में उत्तर-पश्चिमी रेलवे के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार महला ने वेस्ट से बेस्ट कहावत को चरितार्थ करते हुएये अजमेर स्टेशन पर पड़ी कबाड़ कार को रिनोवेट कर नया विंटेज रूप देकर उल्लेखनीय काम किया है। उन्होंने कार को नया नाम क्लब क्वीन भी दिया है।
महला के अनुसार रेलवे स्टेशन पर कबाड़ पड़ी जर्जर विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट का रिनोवेशन करवा उसे बेस्ट बनाया गया है। यह ई-रिक्शा से काफी भारी और मजबूत है। रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान कबाड़ में पड़ी हुई गोल्फ कार बिल्कुल जर्जर अवस्था में थी।
रेलवे स्टेशन पर कर्मचारियों से उसके बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि यह कार कई वर्षो से कबाड़ में पड़ी हुई है। कबाड़ से गोल्फ कार को निकलवाया गया और उसे स्थानीय मैकेनिक को दिखाया गया। मैकेनिक ने गोल्फ कार को ठीक भी किया और विंटेज लुक भी दिया। लेकिन अब इसका उपयोग कैसे और कहां किया जाए, इसको लेकर विचार विमर्श हुआ।
रेलवे स्टेशन पर इसके आकार के कारण इसका उपयोग नहीं हो सकता, ऐसे में विचार आया कि रेलवे की हेरिटेज इमारतों को दिखाने में इसका उपयोग किया जा सकता है। अब इसको ऑफिसर क्लब में रखने का विचार है, ताकि जब भी रेलवे अधिकारी क्लब में विजिटर या निरीक्षण अधिकारी करेंगे, तब उन्हें इस विंटेज कार में बैठाकर रेलवे अधिकारी क्लब सहित हेरिटेज बिल्डिंग का निरीक्षण कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस कार की खासियत इसकी बनावट है। इसके आगे की ओर पुराने जमाने के ट्रकनुमा शेप दिया गया है। टायरों के ऊपर आकर्षक मडगार्ड है जो इसको विंटेज लुक देते हैं। पुरानी होने के बावजूद क्लब क्वीन काफी वजनी और मजबूत है। इसको कंट्रोल करना काफी आसान है। इसमें एक ही बटन से इसे आगे और पीछे किया जा सकता है। ब्रेक और चलाने के लिये रेस पैडल हैं। साइड में हैंड ब्रेक हैं। चार लोग आराम से इसमें सैर कर सकते हैं। इस विंटेज कार में चार नई बैटरी लगाई गई हैं। सभी पुरानी और खराब लाइट को चेंज कर दिया गया है।