मुंबई। भारतीय जनता पार्टी सांसद एवं बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ से सेंसर बोर्ड की पुनरीक्षण समिति की ओर से सुझाए गए कट और परिवर्तनों पर सहमति व्यक्त की है।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने सोमवार को बॉम्बे उच्च न्यायालय को यह जानकारी दी। सीबीएफसी के वकील डॉ अभिनव चंद्रचूड़ ने अदालत को सूचित किया कि रनौत ने वास्तव में पुनरीक्षण समिति द्वारा सुझाए गए परिवर्तनों पर सहमति व्यक्त की है और बताया कि कटौती फिल्म की अवधि के बमुश्किल एक मिनट के बराबर है।
जस्टिस बी पी कोलाबावाला और फिरदौस पी पूनीवाला की खंडपीठ ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड द्वारा सीबीएफसी के खिलाफ कथित रूप से अवैध और मनमाने ढंग से इमरजेंसी को दिए गए प्रमाण पत्र को रोकने के खिलाफ याचिका पर सुनवाई कर रही है।
सीबीएफसी ने 19 सितंबर को पीठ को सूचित किया था कि संशोधन समिति ने फिल्म के कुछ दृश्य को हटाने सुझाव दिया है, जिसके बाद इसे रिलीज़ किया जा सकता है। सह-निर्माताओं ने यह पता लगाने के लिए समय मांगा कि क्या बदलाव किए जा सकते हैं।
सोमवार को जब मामले की सुनवाई हुई तो जी स्टूडियो की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता शरण जगतियानी ने पीठ को सूचित किया कि रनौत ने सीबीएफसी के साथ बैठक की है और सुझाए गए दृश्यों को हटाने पर सहमति जताई है। अदालत ने मामले की सुनवाई 03 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी।