बेंगलूरु। कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं ने एग्जिट पोल को मोदी फैंटेसी और मीडिया का पक्षपातपूर्ण कृत्य बताते हुए खारिज कर दिया है।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने एग्जिट पोल के नतीजों को मीडिया की उपज बताकर खारिज कर दिया और जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी अकेले राज्य में 15 से 20 सीटें जीतेगी। उन्होंने अपने पार्टी अध्यक्ष के इस दावे को दोहराया कि इंडिया समूह केंद्रीय स्तर पर 295 सीटें हासिल करेगा।
राज्य के मंत्री प्रियांक खडगे ने इसी तरह की भावनाओं को व्यक्त करते हुए अनुमानों को मीडिया फैंटेसी पोल, मोदी फैंटेसी पोल करार दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव भारतीय जनता पार्टी सरकार की आर्थिक नीतियों और इसके कथित संविधान विरोधी रुख के खिलाफ लड़ा गया था।
खड़गे ने पूरे विश्वास के साथ अनुमान व्यक्त किया कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में 295 से अधिक सीटें हासिल करेगी। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भी एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों को दरकिनार करते हुए इंडिया समूह की सरकार बनाने को लेकर आशा व्यक्त की।
मंत्री केएन राजन्ना ने एग्जिट पोल को मोदी पोल कहकर खारिज कर दिया और उन्हें असत्य करार दिया। उन्होंने आत्मविश्वास से कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटक में दोहरे अंक में सीटें हासिल करेगी और 15 से अधिक सीटें जीतेगी।
इस बीच मंत्री एचके पाटिल ने एग्जिट पोल की आलोचना करते हुए इसके तरीकों में पक्षपात और पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया। उन्होंने आत्मविश्वास से कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटक में 16 से अधिक सीटें हासिल करेगी और उत्तरी कर्नाटक में जीत हासिल करेगी।
कांग्रेस नेता एमबी पाटिल ने भी एग्जिट पोल को अवास्तविक बताया और उन पर जमीनी हकीकत की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने इस बार मोदी लहर की मौजूदगी से इनकार करते हुए उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में भाजपा के लिए महत्वपूर्ण नुकसान का अनुमान व्यक्त किया।
मंत्री केएच मुनियप्पा ने एग्जिट पोल के नतीजों पर अविश्वास जताया और इस बात पर जोर दिया कि असली नतीजे अगले कुछ घंटों में ही सामने आएंगे। उन्हें उम्मीद है कि उनकी पार्टी कर्नाटक में बहुमत हासिल करेगी।