कोच्चि/तिरुवनंतपुरम/उडुपी। केरल के कालामस्सेरी में रविवार सुबह हुए सिलसिलेवार विस्फोट के बाद राज्य के 14 जिलों को अलर्ट किया गया है। कर्नाटक सरकार ने भी अलर्ट जारी करके सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। इस बीच केरल में कोच्चि के एक व्यक्ति ने त्रिशूर जिले के कोडकारा थाना में रविवार को आत्मसमर्पण कर दिया और कबूल किया कि उसने यहां कलामस्सेरी में ईसाई समुदाय की प्रार्थना सभा में शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण (आईईडी) लगाया था।
जमरा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र में हुए कई विस्फोटों में एक महिला की मौत हो गई तथा कई अन्य श्रद्धालु घायल हो गए। यह घटना सुबह 9.45 बजे हुई जब लगभग 2,400 लोग प्रार्थना के लिए वहां इकट्ठे हुए थे। पुलिस ने उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया क्योंकि उसने खुद को कोच्चि का मूल निवासी बताया था। सूत्रों ने बताया कि उससे पूछताछ की जा रही है।
केरल में अधिकारियों ने सभी 14 जिला पुलिस प्रमुखों को विशेष रूप से रेलवे और बस स्टेशनों के आसपास अत्यधिक सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। उन्होंने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कठोर पुलिस गश्त की आवश्यकता पर बल दिया है।
अधिकारी अभी तक विस्फोट का कारण निर्धारित नहीं कर पा रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इस विस्फोट में शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण (आईईडी) का इस्तेमाल हुआ है। विस्फोटों की जांच कर रहे अधिकारी विस्फोटक उपकरण लगाने के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों और समय का निर्धारण करने के लिए कन्वेंशन सेंटर के तीन दिवसीय सीसीटीवी फुटेज की व्यापक समीक्षा कर रहे हैं।
राज्य के उद्योग मंत्री और कलामस्सेरी विधायक पी राजीव ने कहा कि वह कारण की पहचान करने से पहले निरीक्षण पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं और यह क्षेत्र फिलहाल प्रतिबंधित है।
केरल में हुए दुखद विस्फोट के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने राज्यव्यापी अलर्ट जारी किया है। कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सीमावर्ती क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के साथ सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है जो कड़ी निगरानी के अधीन होंगे।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने उडुपी में मीडिया से कहा कि हमने पुलिस को अलर्ट संदेश भेज दिया है। हमारे पास हालांकि केरल विस्फोट के अपराधियों और परिस्थितियों के बारे में विशिष्ट विवरण नहीं हैं, फिर भी हमने महानिरीक्षक और आयुक्त को मेंगलुरु सीमा पर सतर्क निगरानी बनाए रखने का निर्देश दिया है।
इस बीच बम विस्फोट पर त्वरित प्रतिक्रिया में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) को तेजी से जांच शुरू करने का निर्देश दिया है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने गहन जांच का वादा किया। उन्होंने घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हम घटना के संबंध में विवरण एकत्र कर रहे हैं। सभी शीर्ष अधिकारी एर्नाकुलम में हैं। पुलिस महानिदेशक घटनास्थल पर जा रहे हैं। हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। मैंने डीजीपी से बात की है। हमें जांच के बाद और अधिक जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता है। विजयन ने कहा कि राज्य सरकार इस मामले की गहन जांच कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
केरल में धार्मिक स्थल पर विस्फोट निंदनीय : कांग्रेस
कांग्रेस ने रविवार को केरल में धार्मिक स्थल पर हुए विस्फोट को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की और कहा कि इस घटना की त्वरित और निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा तथा तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने इन विस्फ़ोटों को केरल की विविधता को तोड़ने की साजिश बताया और कहा कि यह निंदनीय कृत्य है और जिन्होंने भी यह साजिश रची है उनका पर्दाफाश करने के लिए मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच आवश्यक है।
वाड्रा ने कहा कि केरल में एक प्रार्थना सभा के दौरान हुआ धमाका अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है। सभ्य समाज में हिंसा और खून-खराबे की कोई जगह नहीं हो सकती। ऐसी कायराना हरकतों के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। सरकार से अपील है कि ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आज केरल के एर्नाकुलम में हुए विस्फोटों की निंदा करती है। हम केरल और उसकी विविधता में एकता की परंपरा के खिलाफ रची जा रही साजिश का पर्दाफाश करने के लिए निष्पक्ष और त्वरित जांच की मांग करते हैं। इन ताकतों द्वारा केरल के वातावरण को विषाक्त नहीं किया जाएगा और न ही किया जा सकता है। कांग्रेस पार्टी केरल के लोगों से अपील करती है कि वे एक साथ आएं और इन जहरीले तत्वों को हराएं।
इससे पहले थरूर ने कहा कि केरल में एक नियमित धार्मिक सभा में बम से हमले की खबर से स्तब्ध और क्षुब्ध हूं। मैं इस घटना की घोर निंदा करता हूं और त्वरित पुलिस कार्रवाई की मांग करता हूं। अपने राज्य को हत्या और विनाश की मानसिकता का शिकार होते देखना दुखद है। मैं सभी धर्मों के नेताओं से इस तरह की बर्बरता की निंदा करने और अनुयायियों को ऐसी घटनाओं के विरुद्ध एकजुट होने की सीख देने का उनसे आग्रह करता हूं। हिंसा से और ज्यादा हिंसा भड़कने के अलावा कुछ और हासिल नहीं होता है।