सोनिया गांधी की विवादित टिप्पणी को लेकर बचाव में उतरे खरगे-प्रियंका

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण पर कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तथा महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि सोनिया गांधी और कांग्रेस किसी का अपमान नहीं करती है।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर ही राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश की आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान भाजपा ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह तथा राम मंदिर में रामलला को विराजमान करते समय ही कर दिया था और दोनों कार्यक्रमों में मुर्मु को आमंत्रित नहीं किया गया।

खरगे ने कहा कि राष्ट्रपति जी का अपमान तो मोदी सरकार ने उसी दिन कर दिया था जब नई संसद के उद्घाटन समारोह में उन्हें नहीं बुलाया था। कांग्रेस या हमारे नेता कभी भी राष्ट्रपति या किसी भी नागरिक का अपमान नहीं कर सकते हैं। ये हमारी संस्कृति नहीं है। लोकतंत्र के मंदिर और राम मंदिर-दोनों से हमारी मौजूदा राष्ट्रपति और पिछले राष्ट्रपति जी को भाजपा ने ही जान बूझकर दूर रखा था।

वाड्रा ने कहा कि मेरी मां 78 साल की हैं और उन्होंने सिर्फ इतना भर कहा कि राष्ट्रपति ने इतना लंबा भाषण पढ़ा और वह थक गई होंगी, बेचारी। मेरी मां राष्ट्रपति का पूरा सम्मान करती हैं और उनकी टिप्पणी को लेकर जो कुछ कहा जा रहा है उसे तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।

गौरतलब है कि सोनिया गांधी की टिप्पणी पर राष्ट्रपति भवन ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के संसद के संयुक्त सदन में अभिभाषण पर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी उच्च पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली और दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे आदिवासी समुदाय का अपमान करार दिया है।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कथित रूप से आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था।