मुबंई। गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन के बाद केएल राहुल (75 नाबाद) और रवीन्द्र जडेजा (45 नाबाद) की यादगार शतकीय साझीदारी की बदौलत भारत ने पहले एक दिवसीय मैच में शुक्रवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच विकेट से जीत दर्ज की। वानखेडे स्टेडियम पर भारत की 12 सालों बाद यह पहली जीत है। जीत के साथ भारत ने इस मैदान पर तीन साल पहले आस्ट्रेलिया से मिली हार का बदला भी ले लिया।
आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सभी दस विकेट गंवा कर 188 रन बनाए थे और भारत को जीत के लिए 189 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसका पीछा करने उतरी टीम इंडिया एक समय अपने पांच महत्वपूर्ण विकेट मात्र 83 रन पर गंवा कर मुश्किल में नजर आ रही थी मगर क्रीज पर उतरे हरफनमौला जडेजा ने एक छोर पर मजबूती से डटे केएल राहुल का बखूबी साथ निभाते हुए भारत को जीत के दरवाजे पर पहुंचा कर ही दम लिया। दोनों बल्लेबाजों ने संयम का परिचय देते हुए आस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण का सामना किया और 61 गेंद शेष रहने मैच को अपनी झोली में डाल लिया।
राहुल ने फार्म पर लौटने के साथ ही वानखेड़े पर खेली गई पारी को यादगार बना दिया। उन्होंने 176 मिनट क्रीज पर बिताए और 91 गेंद खेल कर सात चौके और एक छक्का जड़ा जबकि दूसरे छोर पर जडेजा ने टीम में अपनी उपयोगिता को एक बार फिर साबित करते हुए न सिर्फ दो आस्ट्रेलियाई विकेट अपने नाम किए बल्कि मुश्किलों के भंवर में फंसी टीम को बल्ले से भी मालामाल करते हुए मुस्कराने का मौका दिया।
इशान किशन (3), विराट कोहली (4) और विस्फोटक सूर्य कुमार यादव (शून्य) के आउट होने के बाद भारत की हालत पतली हो गई थी। बाद में शुभमन गिल (20) और हार्दिक पांड्या 25) के पवेलियन लौटने के बाद आस्ट्रेलिया के खेमे में उत्साह की लहर दौड़ गई थी मगर टीम में बल्लेबाजी की गहराई फिर नजर आई और मेहमानो को निराशा हाथ लगी।
इससे पहले टास जीत कर भारतीय कप्तान हार्दिक पांड्या ने आस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी करने का निमंत्रण दिया जिसको सही साबित करते हुए मोहम्मद सिराज (29 रन पर तीन विकेट) और मोहम्मद शमी (17 रन पर तीन विकेट) चटकाए जिसके चलते आस्ट्रेलिया की पारी को महज 35.4 ओवर के खेल में 188 रनों पर ढेर हो गई।
दर्शकों से खचाखच भरे वानखेड़े स्टेडियम में उमस भरी गर्मी के बीच शमी और सिराज की जोड़ी के आगे दिग्गज आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पानी मांगते नजर आए। अनुभवी शमी और युवा जोश से लबरेज सिराज की दहकती गेंदों के आगे मेहमान बल्लेबाज शुरू से पारी के अंत तक असहज दिखे।
सलामी बल्लेबाज मिचेल मार्श (81) के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज क्रीज पर ज्यादा समय नहीं दे सका। उधर, कुलदीप यादव (48 रन पर एक विकेट), रवीन्द्र जडेजा (46 रन पर दो विकेट) के अलावा हार्दिक पांड्या (29 रन पर एक विकेट) ने कंगारूओं को जमने का मौका नहीं दिया, नतीजन पूरी टीम 188 रनों के स्कोर पर पवेलियन लौट गई।
भारतीय आक्रमण की धार का अंदाजा इस कदर लगाया जा सकता है कि आस्ट्रेलिया के पांच बल्लेबाज अपने निजी स्कोर को दहाई के अंक तक पहुंचाने में असफल साबित हुए। एक तरफ से विकेटों के पतझड़ के बीच मार्श ने जीवटता का प्रदर्शन करते हुए अपनी 65 गेंदो की पारी में पांच लंबे छक्के और दस चौके लगाए। उनके अलावा कप्तान स्टीवन स्मिथ (22) और जोस इंग्लिस (26) ने टीम के स्कोरबोर्ड को गति देने की असफल कोशिश की।
एक समय आस्ट्रेलिया 20वें ओवर में दो विकेट खोकर 129 रन बनाकर बड़े स्कोर की ओर अग्रसर था मगर मार्श के आउट होते ही विकेट का पतझड़ शुरू हो गया जो पूरी टीम के पवेलियन पहुंचने तक जारी रहा।