कोलकाता। कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा मंगलवार को केंद्रीय एजेंसी को यहां एक सरकारी स्वामित्व वाले अस्पताल में एक जूनियर महिला मेडिकल प्रशिक्षु के साथ कथित बलात्कार और हत्या की जांच करने का निर्देश दिए जाने के कुछ ही घंटों बाद सीबीआई हरकत में आ गई।
हालांकि प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने अपना आंदोलन तेज़ कर दिया और बुधवार को पूरे पश्चिम बंगाल के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में आठ घंटे के लिए काम बंद करने का आह्वान किया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे तब तक आंदोलन बंद नहीं करेंगे जब तक कि वास्तविक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और 31 वर्षीय महिला स्नातकोत्तर प्रशिक्षु के क्रूर बलात्कार-हत्या के लिए अनुकरणीय सजा नहीं दी जाती, जिसने देश की सामूहिक चेतना को झकझोर कर रख दिया है। पूरे भारत में जनता का आक्रोश।
सूत्रों ने बताया कि पीड़िता शुक्रवार तड़के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 36 घंटे की ड्यूटी के बाद आराम कर रही थी।