ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माताजी माधवीराजे सिंधिया की आज यहां हजारों लोगों की मौजूदगी में अंत्येष्टि की गई।
स्थानीय छत्री क्षेत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी माताजी के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। परिजनों, सगे संबंधियों, राजनेताओं और हजारों लोगों ने नम आंखों से माधवीराजे सिंधिया को अंतिम विदाई दी।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सिंधिया की पार्थिवदेह के दर्शन कर उनके चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, राज्य सरकार के अनेक मंत्रियों, भाजपा नेताओं के अलावा विभिन्न राज्यों से आए नेताओं ने भी सिंधिया को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं दिवंगत वरिष्ठ कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की पत्नी माधवीराजे सिंधिया का बुधवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया था। वे कुछ समय से अस्वस्थ थीं। उनके पार्थिव शरीर को आज सुबह दिल्ली से यहां लाया गया और आम लोगों के दर्शनार्थ रानी महल परिसर में रखा गया।
हजारों लोगों ने सिंधिया के अंतिम दर्शन किए और इसके बाद अंतिम यात्रा प्रारंभ हुई। अंतत: स्थानीय छत्री क्षेत्र में माधवीराजे सिंधिया की अंत्येष्टि की गई और वे पंचतत्व में विलीन हो गईं। इसी छत्री क्षेत्र में तत्कालीन सिंधिया रियासत से जुड़े पूर्वजों के समाधिस्थल स्थित हैं।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद सोशल मीडिया के जरिए कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की माताजी का महाप्रयाण पूरे प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है। समाज, महिलाओं और बच्चियों की प्रगति के लिए उनका योगदान सदैव सभी का मार्गदर्शन करता रहेगा।