सिरोही। आए दिन सिरोही विधायक को सवालों के घेरे मे लपेटने की कोशिश करने वाले सिरोही के विज्ञप्ति वीर भाजपा नेताओ को संयम लोढ़ा ने एकसाथ लपेट लिया। चुनावी मूड में आ चुके संयम लोढ़ा ने सांसद से लेकर पंचायत के प्रधान तक को समेट लिया।
मुख्यमंत्री सलाहकार विधायक संयम लोढ़ा ने गुरुवार को शिवगंज उपखंड के वाण गांव में 1 करोड़ 71 लाख रूपए की लागत से निर्मित होने वाले 33 केवी जीएसएस के शिलान्यास समारोह में कहा कि सिरोही के विकास के उम्मीद को लेकर सिरोही की जनता ने निर्दलीय उम्मीदवार को सिरोही के विकास की चाबी सौंपी थी। उस चाबी की बदौलत वह सरकार का साथ देकर सिरोही को विकास की राह पर लेकर आ गए।
लेकिन भाजपा के वे नेता यह तो बताए कि पिछले 15 सालों में उन्होंने सिरोही के विकास के लिए कौनसा ऐसा महत्वपूर्ण कार्य किया है जिसको गिनाया जा सके। लोढ़ा ने कहा कि आज सिरोही में सांसद से लेकर दो विधायक, जिला प्रमुख, प्रधान तक भाजपा के है लेकिन इनमें से कोई यह नहीं बता सकता कि उन्होंने अपने इस क्षेत्र को विकास के लिए क्या किया है।
विधायक लोढ़ा ने कहा कि विकास की चाबी की बदौलत सरकार का साथ देकर सिरोही से लेकर जयपुर तक विकास के ताले खोले और इन साढे चार सालों में करीब 3 हजार करोड़ के विकास के काम अपने क्षेत्र की जनता को समर्पित किए है। विधायक ने कहा कि जिस समय सरजावाव दरवाजे के समीप सभा के दौरान सिरोही की जनता से यह वादा किया था कि जनता को चिकित्सा सेवाओं के लिए होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए सिरोही में मेडीकल कॉलेज खुलवाएंगे उस समय भाजपा के लोग उनका उपहास उडा रहे थे, लेकिन आज जब उन्होंने मेडीकल कॉलेज खुलवा दिया तो उसका श्रेय लेने के कुत्सित प्रयास किए जा रहे है।
विधायक ने कहा कि पहले जब क्षेत्र की जनता अपने विधायक से विकास की मांग करती थी तब यह कहा जाता था कि यह नियम में नहीं आता। फिर आज सब नियम में कैसे संभव हो गया है। विधायक ने कहा कि सिरोही की पेयजल समस्या के निराकरण के लिए बत्तीसा नाला परियोजना को लेकर भाजपा हमेशा क्षेत्र की जनता को लॉलीपॉप थमाए रखी, लेकिन काम नहीं हुआ। यह कार्य आज संभव हो सकता है। बत्तीसा नाला परियोजना अंतिम चरण में है।
इसके अलावा सिरोही व शिवगंज तहसील के गांवों के लिए जवाई बांध से पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए एक हजार एमसीएफटी पानी रिजर्व करवाया गया है। इसमें से शिवगंंज तहसील के 68 गांवों के लिए पेयजल योजना स्वीकृत हो चुकी है। इसी महिने उसका शिलान्यास होने के साथ ही कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा। सिरोही तहसील के सर्वे के लिए २ करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए है।
विकास में नई ऊंचाईयां हासिल करे सिरोही यहीं संकल्प
समारोह को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि भारत के मानचित्र में सिरोही का नाम मानचित्र में सबसे उपर अंकित हो यहीं उनका संकल्प है। सिरोही विकास में तेज रफ्तार से आगे बढ़े। इसके लिए अभी से उस पर कार्य हो रहा है। विधायक ने वाडा खेडा जोड का जिक्र करते हुए कहा कि इसे सेंचूरी घोषित करवाने के बाद अब बबूल उखाडने का कार्य प्रारंभ हो गया है। इस जंगल में पेंथर, भालू, काले हिरण सहित कई जंगली जानवर है जो पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करेंगे।
विधायक ने कहा कि इसे बाद में कन्जर्वेशन पार्क घोषित करवाएंगे। जिस दिन ऐसा होगा सिरोही भारत के पर्यटन मानचित्र पर अपनी उपस्थिति दिखाएंगा। इससे यहां पर्यटन बढने के साथ ही यहां के लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
विकास कार्यो का जिक्र करते हुए विधायक ने कहा कि उनके विधायक बनने से पूर्व सडक़ों की हालत खस्ता थी। आज पूरे क्षेत्र में कोई गांव ऐसा नहीं है जो सडक़ मार्ग से नहीं जुडा हो। सभी प्रमुख मंदिरों को सडक़ मार्ग से जोड़ा गया है। शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी कार्य किया गया है। आज सिरोही में मेडीकल, नर्सिग, वेटनेरी, लॉ, वेद, एमबीए सहित अन्य महाविद्यालय खोले गए है। अब यहां के बच्चों को अध्ययन के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। वे यहीं रहकर अपना अध्ययन कर सकते है। क्षेत्र की चिकित्सा सुविधाओं में भी काफी कार्य किए गए है।
बिजली समस्या का निदान संभव होगा
वाण में बनने वाले ३३ केवी जीएसएस के शिलान्यास समारोह में विधायक ने कहा कि अरठवाडा और ऊड में 33 केवी जीएसएस का निर्माण हो चुका है। वाण में कार्य आरंभ हो गया है। अन्य स्थानों पर भी जहां जीएसएस स्वीकृत हुए है वहां भी कार्य आरंभ हो रहा है। विधायक ने कहा कि सुचारू बिजली के लिए हमें जिस स्ट्रेक्चर की आवश्यकता होती है वह कार्य पूर्ण होते ही क्षेत्र का बिजली की समस्या से निजात मिल सकेगी। इससे पूर्व विधायक ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शिलापूजन कर एवं शीलालेख का अनावरण कर जीएसएस की आधारशीला रखी। इस अवसर पर ग्रामीणों ने विधायक को 21 किलो का पुष्पहार पहनाकर उनका अभिवादन किया। इस अवसर पर बिजली विभाग के अधिकारियों सहित ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रताराम देवासी, पूर्व प्रधान अचलाराम माली, ईश्वरसिंह वेरा सहित विभिन्न पंचायतों के सरपंच, पंचायत समिति सदस्य एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।