भोपाल। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मध्यप्रदेश में आज छह संसदीय सीटों के लिए मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया और कुल एक करोड़ 13 लाख से अधिक मतदाताओं में से लगभग 70 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। यह आकड़ा अभी और बढ़ने के आसार हैं। इसके साथ ही छह सीटों के 88 प्रत्याशियों की किस्मत इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो गई।
मतदान सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच सुबह सात बजे से प्रारंभ होकर शाम छह बजे तक हुआ। नक्सली प्रभावित बालाघाट संसदीय क्षेत्र के तीन विधानसभा क्षेत्रों में मतदान अपरान्ह चार बजे ही समाप्त हो गया था। मतदान सभी 13 हजार 588 मतदान केंद्रों में निर्विघ्न और शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हुआ।
छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में औसतन में 75 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। इसके अलावा जबलपुर में 60 प्रतिशत से अधिक, बालाघाट 75 प्रतिशत से अधिक, मंडला में 70 प्रतिशत के आसपास, शहडोल में 63 और सीधी में 55 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। शाम सात बजे के बाद भी अंतिम आकड़े जारी नहीं हुए है। इन सभी क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है।
इन संसदीय क्षेत्रों के 13 हजार पांच सौ 88 मतदान केंद्रों पर वोटिंग सुबह सात बजे सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच शुरू हुई थी। नक्सल प्रभावित बालाघाट संसदीय क्षेत्र के तीन विधानसभा क्षेत्रों बैहर, लांजी और परसवाड़ा में मतदान अपरान्ह चार बजे समाप्त हो गया। कुल एक करोड़ तेरह लाख नौ हजार छह सौ छत्तीस मतदाताओं में 57 लाख 20 हजार से अधिक पुरुष, 55 लाख 88 हजार से अधिक महिलाएं और थर्ड जेंडर के 187 मतदाता शामिल हैं।
कुल 13 हजार 588 मतदान केंद्रों में से दो हजार 651 क्रिटिकल चिह्नित किए गए थे और आठ हजार 59 पर वेब कॉस्टिंग की व्यवस्था की गई। मतदान कराने के लिए 54 हजार से अधिक मतदान कर्मचारियों ने अपनी सेवाएं दीं।
इस चरण में सबसे प्रतिष्ठित मानी जाने वाली छिंदवाड़ा संसदीय सीट पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं, जहां पर कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ लगातार दूसरी बार संसद में जाने के लिए प्रयासरत हैं, वहीं सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी अपने प्रत्याशी विवेक बंटी साहू के रूप में मैदान में डटकर कांग्रेस के इस गढ़ में सेंध लगाने की तैयारी में है।
शेष सीटों में मंडला (अजजा) भी प्रमुख है, जहां पर भाजपा प्रत्याशी के तौर पर वरिष्ठ आदिवासी नेता फग्गन सिंह कुलस्ते का मुकाबला कांग्रेस के ओंकार सिंह मरकाम से है। बालाघाट में भाजपा की भारती पारधी और कांग्रेस के सम्राट सरस्वार आमने सामने हैं। जबलपुर में कांग्रेस के दिनेश यादव और भाजपा के आशीष दुबे, सीधी में भाजपा के डॉ राजेश मिश्रा और कांग्रेस से पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल तथा शहडोल (अजजा) में भाजपा की हिमाद्री सिंह और कांग्रेस के फुंदेलाल मार्को मुकाबले में हैं। पहले चरण की सभी छह सीटों पर कुल 88 प्रत्याशियों में सात महिलाएं भी शामिल हैं।
राज्य में कुल 29 संसदीय क्षेत्र हैं और सभी में कुल चार चरणों में मतदान प्रस्तावित है। पहला चरण समाप्त होने के बाद दूसरे चरण में टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद संसदीय क्षेत्रों में 26 अप्रैल को मतदान कराया जाएगा। तीसरे चरण में सात मई को मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, बैतूल और राजगढ़ संसदीय क्षेत्रों मतदान होगा। राज्य के चौथे और अंतिम चरण में देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और खंडवा में मतदान 13 मई को कराया जाएगा। सभी सीटाें के लिए मतगणना चार जून को होगी।
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