उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिणमुखी भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी आज श्रावण माह के पहले सोमवार को शाही ठाठ बाट से निकली। भगवान श्री महाकालेश्वर की प्रथम सवारी में पालकी में भगवान मनमहेश के स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देने के लिये नगर भ्रमण पर निकलेंगे। भगवान महाकाल ने अपनी प्रजा को दर्शन दिये और उनका हाल जाना।
सवारी के निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष एवं कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भगवान श्री महाकालेश्वशर का पूजन-अर्चन किया और आरती में सम्मिलित हुए।
मंदिर के सभामंडप में पालिकी में विराजमान भगवान श्री मनमहेश की विधि विधान से पूजन-अर्चन किया गया इसके बाद वह नगर भ्रमण पर निकले। पालकी जैसे ही मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, मध्यप्रदेश सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान श्री महाकाल को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। सवारी मार्ग के दोनों ओर खडे हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल को पुष्प अर्पित कर दर्शन लाभ लिए।
भगवान श्री महाकालेश्वर की पालकी मन्दिर से निकलने के बाद महाकाल रोड, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाड़ी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहां शिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मन्दिर, सत्यनारायण मन्दिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्व्र मन्दिर पहुंचेगी।