अजमेर। भगवान श्री जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव समिति (श्री अग्रवाल पंचायत मारवाडी धड़ा जनकपुरी गंज) के तत्वावधान में चल रहे भगवान श्री जगन्नाथ जी के रथयात्रा महोत्सव के तहत गंज स्थित जनकपुरी मंगलवार को भगवान जगन्नाथ महात्म्य ज्ञानार्जन कथा, संगीत मय सुंदरकांड पाठ व भजनों से गूंज उठी।
भगवान जगन्नाथ महात्म्य कथा वाचक हरीश चंद्र व्यास ने श्रद्धालुओं को भगवान जगन्नाथ जी की कथा के विभिन्न प्रसंग सुनाए। उन्होंने कहा कि भगवान जगदीश मंदिर के निर्माण के लिए उज्जैन नगरी के राजा विश्वा वशु ने अपने चार दूत को चारों दिशाओं में भेजा। एक दूत पूर्व दिशा में चला गया। वहां निलाचल (जगन्नाथ) भगवान का आलौकिक रूप देख कर वहां राजा इंद्र दुम ने भगवान जगदीश के मंदिर निर्माण का संकल्प लिया।
कथा के बाद 108 आसनों पर संगीतमय सुंदरकांड पाठ का आयोजन हुआ। भजन गायक ओम चौहान और उनके साथियों ने संगीत मय सुंदरकांड पाठ किया। भगवान श्रीराम और हनुमान जी के जयकारों से जनकपुरी गूंज उठी। भजन संध्या में श्रद्धालु झूम उठे।
गायक कलाकार सुनील जोशी व ओम चौहान ने श्याम कब आवोगे, मोर छड़ी लहराई रे, खाटू का दरबार बड़ा प्यारा लागे रे व किसने किया श्रृंगार मेरे जगन्नाथ का जैसे एक से बढ़कर एक भजनों से श्रद्धालुओं को नृत्य करने पर मजबूर कर दिया। श्रद्धालु भक्ति रस में सवार होकर भजनों पर जमकर नाचे।
संस्था अध्यक्ष व संजय कंदोई तथा मेला संयोजक राकेश डीडवानिया ने बताया कि भव्य पांडाल में भगवान श्री जगन्नाथ जी को पुरी की तर्ज पर चित्रण लगातार दिखाया जा रहा है, जिसे देखने और भगवान श्री जगन्नाथ जी के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु उमड़ रहे हैं।
पंडित भरत शर्मा ने भगवान जगन्नाथ जी का मनमोहक श्रृंगार कर महाआरती की। भगवान के अटका प्रसाद का भोग लगाया, जिसमें सैकड़ो श्रद्धालुओं ने भक्ति रस की गंगा में गोते लगाए। साथ ही अपने हाथ उठाकर भगवान जगन्नाथ जी के गगनभेदी जयकारे लगाए।
उन्होंने बताया कि मधु गोयल, रामचरण श्री कल्याण व लोकेश बिंदल परिवार की ओर से अटका प्रसादी का भोग लगाकर प्रसादी श्रद्धालुओं को वितरित की गई। शाम 6 से 7 बजे तक प्रतिदिन कथा जारी है।
सुंदरकांड, महाआरती, कथा व भजन संध्या में संयोजक संजय कंदोई, राकेश डिडवानिया, गोविंद नारायण डाणी, विनोद डीडवानिया, आयुष कंदोई, अशोक गुजराती, हरीश बंसल, प्रहलाद गर्ग, सुनील गोयल, ज्योति स्वरूप रायपुरिया, संजय अग्रवाल व पवन बंसल आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।