रीवा। मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखने के आदी एक तेरह साल के किशोर ने अपने परिवार की नौ वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी। यह सनसनीखेज वारदात तीन माह पहले मध्यप्रदेश के रीवा जिले में घटित हुयी और परिजन भी इसे छिपाने का प्रयास करते रहे।
पुलिस ने इस घटना के खुलासे के बाद शुक्रवार को नाबालिग आरोपी समेत चार परिजनों को गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग आरोपी समेत दो आरोपियों को बाल सुधार गृह में भेजा गया है, जबकि शेष दो आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
रीवा जिले के जवा थाना क्षेत्र में 9 वर्षीय एक बच्ची के साथ यह घटना इसी वर्ष 24 अप्रैल को घटित हुई। दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोपी बालिका का नाबालिग भाई है। इस मामले को छिपाने के सिलसिले में दो सगी बड़ी बहन और मां को भी आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने जांच में पता चला कि आरोपी बालक ने मोबाइल फोन पर पॉर्न वीडियो देखकर इस घटना को अंजाम दिया, वहीं दो बड़ी बहन और मां ने घटना को छिपाने में आरोपी बालक की मदद की थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार लगभग तीन माह पहले 9 वर्षीय बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना सामने आई थी। पहले तो घरवालों ने मामले को छिपाने के लिए लड़की की जहरीले कीड़े के काटने से मौत का बहाना बनाया। इसी बीच पुलिस को घटना के संबंध में कुछ जानकारियां मिलीं, तो शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसमें उसकी दुष्कर्म के बाद हत्या की पुष्टि हुई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गांव और परिवार के तीस से चालीस लोगों से पूछताछ की, लेकिन मामले का खुलासा नहीं हो सका।
जांच के दौरान पुलिस को मृत बालिका के 13 वर्षीय बड़े भाई पर संदेह हुआ, तो उसकी दो बड़ी बहनों और मां से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने घटना की सच्चायी उजागर कर दी। पुलिस पूछताछ में आरोपी की एक बड़ी बहन ने बताया कि दोनों बहन भाई साथ में सोये थे। घटना की रात आरोपी बालक ने मोबाइल फोन पर पॉर्न वीडियो देखा, इसके बाद उसने छोटी बहन के साथ गलत काम किया। जब पीडिता ने यह बात अपने पिता को बताने की बात कही, तो आरोपी बालक ने मामले के खुलासे के डर से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपी बालक ने यह बात अपनी मां को बताई, जिसके बाद उसकी मां और दो बड़ी बहन, जिसमें से एक 17 वर्ष और दूसरी 18 वर्ष की है, ने मामले को दबाने के लिए बच्ची की जहरीले कीड़े के काटने से मौत का बहाना बनाया। पुलिस ने शुक्रवार को चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जिसमें से मां और 18 वर्षीय एक बहन को जेल भेज दिया गया, जबकि बालक और दूसरी बहन को बाल सुधार गृह भेजा गया है।