महाकुम्भनगर। महाकुम्भ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के साथ-साथ वीआईपी और वीवीआईपी भी त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने आ रहे हैं। हालांकि, अमृत स्नान और प्रमुख स्नान पर्वों पर इस तरह के प्रोटोकॉल पर योगी सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है।
अमृत स्नान व प्रमुख स्नान पर्वों पर तथा इसके समीप की तिथियों पर प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। योगी सरकार की ओर से मेले की शुरुआत से पहले ही इसकी घोषणा की गई थी। अब इस फैसले को सख्ती से लागू किए जाने की पहल की गई है।
उल्लेखनीय है कि महाकुम्भ मेला-2025 के प्रारंभ में ही योगी सरकार ने अमृत स्नान व प्रमुख स्नान पर्वों पर तथा उसके एक दिन पहले व एक दिन बाद की तिथियों पर वीआईपी मूवमेंट रोकने को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था।
योगी सरकार की इस पहल के जरिए आम श्रद्धालुओं को स्नान पर्व के अवसर पर यादगार अनुभव उपलब्ध कराया जा सकेगा, जहां वह वीआईपी मूवमेंट के कारण हुई असुविधा, मार्ग परिवर्तन, बाधा और रोक से हटकर चिंतामुक्त होकर स्नान व यात्रा कर सकेंगे।
जारी सर्कुलर में इस बात का साफ उल्लेख किया गया है कि अमृत स्नान समेत सभी प्रमुख स्नान पर्वों व उसके आसपास के दिनों में वीआईपी मूवमेंट पर रोक रहेगी। ऐसे में, वसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि तथा उसके एक दिन पहले व एक दिन बाद तीर्थराज प्रयागराज में मूवमेंट के इच्छुक वीआईपी व वीवीआईपी डेलिगेशन को वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं मिल सकेगा।
इतना ही नहीं, योगी सरकार ने सर्कुलर में ये भी स्पष्ट किया है कि वीआईपी व वीवीआपी मूवमेंट को लेकर एक सप्ताह पहले ही सूचना उपलब्ध करानी होगी। इससे, ऐन वक्त पर निर्धारित होने वाले वीवीआईपी व वीआईपी मूवमेंट पर भी नकेल कसने में मदद मिलेगी, जिससे स्नानार्थियों व श्रद्धालुओं को होने वाली असुविधा से बचाने में मदद मिलेगी।
इसी के साथ, वसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के स्नानों पर श्रद्धालुओं को प्रस्तावित भारी भीड़ के बीच लोगों से धैर्य बनाए रखने की विनती करते हुए इन तिथियों व इसके आसपास लोगों को इन तिथियों पर ऐहतियात बरतने की अपील भी की गई है।