महाकुंभनगर। मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी में डुबकी लगाने के साथ अखाड़ों में साधु संतों के दर्शन की आस लिए संगम तट पर सो रहे श्रद्धालुओं को मंगलवार देर रात बैरीकेडिंग तोड़ कर आयी भीड़ ने रौंद दिया।
इस हादसे में बाल बाल सकुशल बचे श्रद्धालुओं ने मेला क्षेत्र से निकलने के दौरान यह वृतांत सुनाया। संगम क्षेत्र में इस घटना की प्रत्यक्षदर्शी कोलकाता से आई कृष्णा प्रसाद ने बताया कि संगम तट पर लोग सुबह होने की प्रतीक्षा में लेटे थे। तभी लोगों की भीड़ अखाड़ों के अमृत स्नान के लिए बने बैरिकेट को तोड़ते हुए घाट की तरफ बढ़ी और घाट पर लेटे श्रद्धालु भीड़ की चपेट में आ गए।
बरेली से आई पूर्व शिक्षिका सुमन सिंह ने कहा कि भाग्य भाग्य की बात है, ऐसा अवसर सभी को नहीं मिलता। इसीलिए हम गंगा माइया में स्नान करने पहुंची हूं। ऐसी अनहोनी की किसी ने कल्पना तक नहीं किया था, लगता है गंगा मइया को यही मंजूर था। यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य है। पता नहीं किसकी गलती की सजा इन लोगों को मिली।
जयपुर के बाडमेर निवसी सज्जन पुरखोलिया ने सेक्टर दो में बने मीडिया शिविर के सामने से जाते समय बातचीत में बताया कि 144 साल बाद यह पुण्य स्नान का अवसर है जिसे कोई भी गंवाना नहीं चाहता। यही वजह है कि देश दुनिया से लोग संगम के किनारे खुले आसमान के नीचे डेरा डालकर पड़े थे। तभी बैरिकेड तोड़कर आए जनसैलाब के नीचे वे दब गए। यह हमारा सौभाग्य था कि हम और हमारे साथ आए पांच लोग किसी तरह बच गए।
उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर फैले जूते चप्पल और लोगों के कपड़े घटना की कहानी बयां कर रहे हैं। घटना में कई महिलाओं समेत अनेक लोग घायल हो गए जिन्हें सुरक्षाकर्मी एंबुलेंस से अस्पताल ले गए हैं। उन्होंने कहा कि अखाड़ों के नागा सन्यासियों का दर्शन करने की अभिलाषा से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम तट पर डटे रहे। मुझे लगता है कि बहुत भाग्यशाली हैं वे लोग जो गंगा के तट पर आकर मोक्ष को प्राप्त करते हैं।
प्रशासन ने मुनादी कर किया था सावचेत
जिला प्रशासन को करोड़ों की भीड़ से हादसा होने की संभावना का अंदेशा पहले ही हो गया था। यही वजह है कि प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने छोटे लाउडस्पीकर से मुनादी करते हुए कहा कि सभी श्रद्धालु सुन लें..यहां लेटे रहने से कोई फायदा नहीं है। जो सोवत है, वो खोवत है। उठिए उठिए और स्नान करिए। आपके सुरक्षित रहने के लिए यह जरूरी है। बहुत लोग आएंगे और भगदड़ मचने की संभावना है। आप पहले आ गए हैं तो आपको सबसे पहले अमृत स्नान कर लेना चाहिए। सभी श्रद्धालुओं से करबद्ध निवेदन है कि उठें.. उठें.. उठें और स्नान करके वापस जाएं। इस बीच मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है और चारों दिशाओं से श्रद्धालुओं का मेला क्षेत्र में आना जारी है।
प्रयागराज में हुई भगदड़ की घटना बेहद दुखद : मुर्मु, मोदी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रयागराज के महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ को बेहद दुखद बताया है और श्रद्धालुओं की मौत पर दुख जताया है।
मुर्मु ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना बेहद दुखद है। मैं घायल श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं और ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि सभी घायल श्रद्धालु जल्द स्वस्थ हों।
माेदी ने प्रयागराज में भगदड़ की घटना को बेहद दुखद बताया और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुर्घटना बेहद दुखद है। इसमें अपने प्रियजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रयागराज में महाकुंभ दुर्घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। धनखड़ ने एक्स पर जारी एक पोस्ट में कहा कि वह प्रयागराज महाकुंभ में हुये दुखद हादसे से अत्यंत व्यथित हैं। उन्होंने कहा कि हादसे में अपने परिजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं के शोकाकुल परिवारों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। ईश्वर इस दुख की घड़ी में शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करे।
इस बीच, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दूरभाष पर बात करके घटना की जानकारी ली है और राज्य सरकार को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है। इससे पहले पत्रकारों से बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और कुछ श्रद्धालुओं को गंभीर चोटें आई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सुबह ‘अमृत स्नान’ के लिए घटनास्थल पर करीब आठ से दस करोड़ लोग मौजूद थे और उन्होंने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया।
गाैरतलब है कि मौनी अमावस्या पर ‘अमृत स्नान’ से पहले प्रयागराज में महाकुंभ में आज तड़के करीब दो बजे भगदड़ मच गई। अधिकारियों के अनुसार मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र स्नान के लिए करोड़ों की संख्या में तीर्थयात्री उमड़े थे, जिसके कारण भगदड़ जैसी घटना हुई।
कुछ श्रद्धालु हुए हैं घायल मगर हालात पूरी तरह सामान्य : योगी