उदयपुर। राजस्थान में झीलों की नगरी उदयपुर वासियों की प्रमुख आस्था का केंद्र माता महालक्ष्मी मंदिर में प्राकट्योत्सव मंगलवार को धूमधाम के साथ मनाया गया।
शहर के भट्टियानी चौहट्टा स्थित माता महालक्ष्मी का मंदिर उदयपुर संभाग का सबसे पुराना मंदिर है और प्राकट्योत्सव के अवसर पर हर वर्ष हजारों भक्त पूरे दिन में दर्शन करते हैं। इस मौके पर माता महालक्ष्मी का सोने और चांदी की बनी मनमोहक पोषक से श्रृंगार किया गया।
प्राकट्योत्सव के अवसर पर तड़के चार बजे न्यासी जतिन श्रीमाली एवं पुजारी राजेंद्र ओझा ने मातेश्वरी महालक्ष्मी का अभिषेक किया। उसके बाद मातेश्वरी महालक्ष्मी जी को सवा लाख रुपए की सोने-चांदी से बनी पोशाक धारण कराई गई।
सुबह 10 बजे श्री सूक्त के पाठ एवं हवन प्रारंभ हुआ, जिसमें मुख्य यजमान जयप्रकाश श्रीमाली के साथ पांच जोड़े हवन में बैठे। उसके पश्चात पूर्णाहुति हुई, जिसमें समाज के कई प्रबुद्ध लोग शामिल हुए।