मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को भारत में गायों के सांस्कृतिक महत्व और उसकी परंपराओं का हवाला देते हुए गाय को ‘राज्य माता’ घोषित करने का आदेश जारी किया।
आधिकारिक आदेश में महायुति सरकार ने कहा कि गाय भारतीय परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है और प्राचीन काल से ही इसका आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और सैन्य महत्व रहा है।
आधिकारिक अधिसूचना में शिंदे सरकार ने कहा कि प्राचीन काल से ही गायों का मानव जीवन में एक अनूठा महत्व रहा है। वैदिक काल से गायों के धार्मिक, वैज्ञानिक और आर्थिक महत्व को देखते हुए उन्हें कामधेनु कहा जाता है।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में गायों की अलग-अलग देशी नस्लें पाई जाती हैं, लेकिन दिन-ब-दिन देशी गायों की संख्या में भारी कमी आ रही है। देशी गायों के दूध में मानव आहार में अधिक पोषण मूल्य होता है। देशी गायों का दूध एक संपूर्ण आहार है, क्योंकि इसमें मानव शरीर के पोषण के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं।
रिपोर्टों के अनुसार महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने देशी गायों के पालन के लिए 50 रुपए प्रतिदिन की सब्सिडी योजना लागू करने का निर्णय लिया है क्योंकि राज्य में गोशालाएं अपनी कम आय के कारण इसका खर्च वहन नहीं कर सकती थीं इसलिए उन्हें मजबूत बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया।