अजमेर। राजस्थान शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक मनीष कुमार शर्मा ने कहा है कि गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर के राज्य, संभाग तथा जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर के सफल आयोजन इस बात को इंगित करते हैं कि ईमानदारी और तन्मयता से आरंभ किया गया यह कार्य अपने लक्ष्य में सफल रहा है।
अजमेर में जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह को संबोधित करते हुए शर्मा ने संभागियों से कहा कि आप सभी से गांधी दर्शन को आगे बढ़ाने की अपेक्षा है और आप ही गांधीजी के दर्शन को आत्मसात कर नई पीढ़ी तक पहुंचाने का कार्य करें और अपने क्षेत्र के नये व्यक्तियों को इस दर्शन से रुबरु कराएं।
उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन को न्यूनतम शब्दों में समझने के लिए जन सेवा को केंद्र में रखना होगा और अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक राहत पहुंचाने में ही गांधी दर्शन की सार्थकता है। उन्होंने गांधी दर्शन आधारित फ्लैगशिप योजनाओं से आमजन को लाभान्वित करने का आह्वान किया।
समापन सत्र में गांधीवादी विचारक मनोज ठाकरे ने कहा कि व्यक्तियों की संख्या के स्थान पर संकल्पित एकल व्यक्ति समाज में परिवर्तन ला सकता है। सरकार के सामान्य विभाग आमजन को सुविधा देने के लिए बने हैं। इसके विपरीत शांति एवं अहिंसा विभाग समाज में सुधार लाने के लिए बनाया गया है। इस विभाग के जरिए व्यक्ति गांधी दर्शन के साथ जुड़ाव महसूस करेगा।
कार्यक्रम में संयोजक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संदेश का वाचन किया और कहा कि शांति और प्रेम से समाज के विकास में तेजी आती है। इस मौके पर गांधीवादी विचारक दिवंगत डी. सुब्बाराव की जयंती पर उनके योगदान को याद किया गया। साथ ही प्रातःकालीन सत्र में प्रशिक्षण ले रहे प्रतिभागियों को योग करवाया गया।