जयपुर। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री एवं पर्यटन मंत्री दीया कुमारी ने रविवार को जयपुर में मकर संक्रान्ति के अवसर पर जल महल की पाल पर आयोजित पतंगोत्सव का शुभारंभ किया।
दिया कुमारी ने हवा में रंगीन गुब्बारे उड़ा कर पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन की ओर से आयोजित इस पतंगोत्सव का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राजस्थान पर्यटन विभाग उत्सवों के आयोजन द्वारा परंपराओं और विरासत को सहेजने का काम कर रहा है और आने वाले समय में इन आयोजनों को और भव्य एवं व्यापक पैमाने पर आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विभाग नए पर्यटन स्थलों को चिह्नित कर वहां पर पर्यटकों के लिए बुनियादी ढांचा तैयार करने में जुटा हुआ है। आने वाले समय में पर्यटन मानचित्र पर प्रदेश के उन स्थलों को प्रमोट किया जाएगा जहां पर्यटन की प्रचुर संभावनाएं हैं और जहां पर अभी पर्यटकों की पहुंच नहीं हो सकी है। उन्होंने प्रदेश के लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों का देखा एवं उनकी हौंसला अफजाई भी की।
इस मौके विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने पतंगोत्सव के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस अवसर पर विभिन्न प्रकार की पतंगों की भव्य प्रदर्शनी के साथ ही पतंग कैसे बनाई जाती हैं, इसका भी प्रदर्शन किया गया। शेखावत ने बताया कि पतंगोत्सव के दौरान मयूर नृत्य, अलगोजावादव एवं कच्ची घोड़ी नृत्य, लंगा गायन- भपंग वादन, कालबेलिया नृत्य, तेरहताली नृत्य, आंगी गैर नृत्य, मश्कवादन, बैंड वादन, कठपुतली नृत्य, बांसुरी वादन, रावण हत्था वादन, शहनाई वादक दल आदि की प्रस्तुतियां प्रदेश के विभिन्न अचंलों से आए लोक कलकारों द्वारा दी गई।
इस अवसर पर विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़, निदेशक डॉ.रश्मि शर्मा, विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. राष्ट्रदीप यादव आदि मौजूद थे।
पतंगोत्सव के दौरान शहरवासियों सहित देशी-विदेशी पर्यटकों के बीच दीया कुमारी ने पतंग उड़ाई। पतंगोत्सव के दौरान बहुरूपिया कलाकार देशी एवं विदेशी सैलानियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। पतंगोत्सव में विदेशी सैलानियों ने मकर संक्रान्ति की परम्परागत मिठाईयों एवं पकवान दाल के पकौड़े, तिल के लड्डू और रेवड़ियों का लुत्फ उठाया वहीं पतंगोत्सव पर सैलानियों के लिए निःशुल्क पतंग व डोर का वितरण भी किया गया।
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