अजमेर। राजस्थान में अजमेर के अलवरगेट थाना क्षेत्र में रविवार को मूसलाधार बारिश के दौरान नाले में बहे दिलीप सिंह का शव आज बरामद कर लिया गया। अजमेर निवासी मृतक दिलीपसिंह राजस्थान लोकसेवा आयोग में सेवारत सैक्शन आफिसर थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार शाम आई मूसलाधार बारिश में वे फंस गए और क्षेत्रीय नाले में पैर फिसल जाने से बह गए। रात में ही जब वे घर नहीं लौटे तो तलाश शुरू की गई लेकिन आज सुबह नौ नम्बर पेट्रोल पंप के नाले से उनका शव बरामद हुआ।
बताया जा रहा है कि मयूर विहार कालोनी निवासी दिलीप सिंह ने अपनी पत्नी नवनीत कौर को बरसात में फंसे होने तथा बरसात रुकने पर घर आने की मोबाइल पर बात भी कही। लेकिन इस बीच ही वे नाले के तेज बहाव में बह गए। उनकी मोटरसाइकिल रात में ही बरामद कर ली गई। इसी आधार पर आज नाले का पानी कम होने पर शव बरामद हो गया। मृतक के रिश्तेदार गुरुशरण की रिपोर्ट पर पुलिस हादसे की जांच में जुटी है।
हनुतिया गांव में कुएं में डूबने से मां बेटी की मौत
अजमेर जिले के बिजयनगर थानाक्षेत्र के हनुतिया गांव में आज कुएं में डूबने से मां-बेटी की अकाल मौत हो गई। थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक घनश्याम मीणा ने बताया कि कुएं से पानी निकालने के दौरान हुए हादसे में पहले मां कुएं में गिर गई थी। फिर मां को बचाने में बेटी भी कुएं में जा गिरी, जिससे पानी में डूबने से दोनों की मृत्यु हो गई।
उन्होंने बताया कि मृतक गुलाबी काठात (40) तथा बेटी मीना (19) की मृत्यु हो गई। जिनके शवों को कुएं से निकाल कर राजकीय अस्पताल पहुंचाया, फिर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को दस वर्ष की सजा
अजमेर पोक्सो न्यायालय संख्या दो ने नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को दस साल की सजा सुनाई। अजमेर पोक्सो कोर्ट दो के लोक अभियोजक विक्रम सिंह शेखावत ने बताया कि मामला ब्यावर सदर थाने से जुड़ा 27 जनवरी 2019 का है जिसमें 14 साल की नाबालिग के साथ आरोपी रिश्तेदार ने चार माह तक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। आज न्यायाधीश ने दुष्कर्म के आरोपी रिश्तेदार को दस साल की सजा तथा 75 हजार रुपए के आर्थिक दंड से दंडित किया है।