समाज की एकता के लिए सभी को एक जाजम पर आने का संदेश
दिवेर और गिरी सुमेल युद्ध रावत राजपूत समाज के गौरव का प्रतीक
राजसमंद। चौबीस गांव रावत-राजपूत समाज सुधार संस्थान काछबली क्षेत्र (काछबली, मण्डावर, लाखागुड़ा, पीपलीनगर, बग्गड़, सांगावास, मियाला व ठिकरवास) आठ ग्राम पंचायत का तृतीय सामूहिक विवाह सम्मेलन नेशनल हाईवे नंबर आठ पर स्थित ठिकरवास खुर्द स्टेडियम में आयोजित हुआ।
बंदौली पर गांव में जगह-जगह पुष्प वर्षा
सामूहिक विवाह आयोजन से पूर्व नेशनल हाईवे आठ से मुख्य मार्गो से गुजरते हुए आवरा माता मंदिर तक गई तथा इसके बाद गांव की परिक्रमा लगाते हुए आयोजन स्थल पर बंदोली पहुंची। बैंड व ढोल की मधुर स्वर के साथ बंदोली में अग्रिम पंक्ति में सभी दूल्हे राजा घोड़े पर सवार थे। सामूहिक विवाह समिति अध्यक्ष मिठू सिंह चौहान भी घोड़े पर सवार होकर सभी का मार्गदर्शन कर रहे थे। वहीं चौबीस का कमेटी के अध्यक्ष नारायण सिंह, उपाध्यक्ष मदन सिंह, सचिव अनोप सिंह, कोषाध्यक्ष अमर सिंह, ठिकरवास सरपंच भीम सिंह, पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह, लोको पायलट जसवंत सिंह, लक्ष्मण सिंह नाबरी, विजय सिंह मियाला जिप्सी में बंदोली में शरीक हुए। अंतिम पंक्ति में सजे रथों में दुल्हनें बैठी थीं। गांव में बंदोली पर जगह-जगह पुष्प वर्षा की गई तथा मंगल गीत गाए गए।
पडला, वरमाला, तोरण व पाणिग्रहण की संस्कार की रस्म बनी यादगार
सामूहिक विवाह आयोजन में सामूहिक पडला, सामूहिक वरमाला, सामूहिक तोरण तथा सामूहिक पाणिग्रहण संस्कार की रस्म यादगार पलों में कैद हो गई। तोरण द्वार पर वर- वधुओं ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। इस दौरान तोरण की रस्म अदा की गई। इसके बाद पंडाल में बने यज्ञवेदी पर 26 अलग-अलग पंडितों की टोली ने सामूहिक मंत्रो उच्चारण के बीच अग्नि को साक्षी मानते हुए सप्तपदी पूर्ण की तथा एक दूसरे के साथ जीने मरने की साथ सात जन्मों तक साथ निभाना की कसमें खाई। एक साथ सभी जोड़े के पाणिग्रहण संस्कार को देखकर समाज बंधु अभिभूत हो गए। इन पलो को हर। किसी ने अपने मोबाइल में कैद किया।
भामाशाहों का सहयोग रहा अनुपम
सामूहिक विवाह आयोजन में प्रताप सिंह, नरेंद्र सिंह, ग्राम विकास अधिकारी वीरम सिंह, सहकारी समिति अध्यक्ष नाहर सिंह, देवेंद्र सिंह देवचौडा, रंगू सिंह, शंकर सिंह लंबरदार, हरि सिंह, आशु सिंह, खीम सिंह, आशुतोष मंडल, कुंदनमल, अनोप सिंह, कमलेश सिंह, विजय सिंह, श्रवण सिंह , नरेंद्र सिंह, तेजपाल सिंह , चुन्ना सिंह मण्डावर, पूनम सिंह, डीईओ मोहन सिंह, मदन सिंह मण्डावर, रामदेव वेल्डिंग, भंवर सिंह, तुलसा सिंह, भगवान सिंह लाखागुड़ा, शम्भू सिंह, रोड़ सिंह, बदामी देवी, धर्म सिंह, राम सिंह, सौभाग्य सिंह, कमलेश सिंह, तुलसा सिंह, सुजान सिंह सहित नवयुवक मंडल के पदाधिकारियों का अनुपम सहयोग रहा।
इनकी रही गरिमामय उपस्थित
सामूहिक विवाह सम्मेलन में पूर्व अध्यक्ष ज्ञान सिंह सोलीखेड़ा, केसर सिंह लाखागुड़ा, ठाकुर लक्ष्मण सिंह पीपली, पूर्व सरपंच तेजपाल सिंह पीपली, श्रवण सिंह पीपलीनगर, चुन्ना सिंह मण्डावर, माल सिंह ठिकरवास, नरेंद्र सिंह बग्गड़, वन्ना सिंह बग्गड़, चंद्र सिंह दिवेर, विक्रांत सिंह ब्यावर, जयराम सिंह गहलोत, लेखाधिकारी हुक्म सिंह छापली, देवी सिंह ठिकरवास, हजारी सिंह हीरावत, खीम सिंह सुजावत, पूनम सिंह माथुवाडा, चतर सिंह मगरदो, भंवर सिंह बग्गड़, सूबेदार धन्ना सिंह सुजावत, देवी सिंह पदमावत, सूबेदार रणजीत सिंह उदावत, शम्भू सिंह बग्गड़, राजू सिंह सतगुरु, सूबेदार सवाई सिंह पालरा, विरद सिंह कुशलपुरा, हाल सिंह कुशलपुरा, भेरू सिंह बरार, कैप्टन गिरधारी सिंह बरार, राम सिंह करनाबोर, लूम्ब सिंह मंडावर, घनश्याम सिंह काछबली, मान सिंह छापली, कैलाश सिंह पायरी, राजू सिंह धाडियात, पंचायत समिति सदस्य कालू सिंह दिवेर, हमीर सिंह बरार, नरेंद्र सिंह बरजाल, एडवोकेट नारायण सिंह छापली, महेंद्र सिंह जस्साखेड़ा, राजू सिंह स्वादरी, ज्ञानेंद्र सिंह गहलोत, हजारी सिंह सफेद मूसली, मदन सिंह मण्डावर, भंवर सिंह मण्डावर, ग्राम विकास अधिकारी वीरम सिंह कुशाल सिंह टोगी, जवान सिंह बरजाल, राजू सिंह छपरा, विक्रम सिंह पीपली, कैलाश सिंह ठिकरवास, लोकेश सिंह सुजावत, मनोज सिंह बग्गड़, तेजपाल सिंह भोपाजी, विजय सिंह मियाला, चतरसिंह स्वादरी, जेठ सिंह बरार, विरद सिंह बरार, हुक्म सिंह मालावत, मदन सिंह बग्गड़, हजारी सिंह केमरिया, चंद्र प्रकाश सिंह, देवी सिंह, पंचम सिंह, रूप सिंह ढाक, शंकर सिंह धाडियात आदि समाज बंधु मंचाचीन थे।
स्थानीय सामूहिक विवाह समिति ने निभाई जिम्मेदारी
स्थानीय सामूहिक समिति अध्यक्ष ठिकरवास सरपंच मनोहर सिंह व पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह के सानिध्य में रणजीत सिंह, विनय सिंह, हरि सिंह, छोटू सिंह, तिलोक सिंह, चुन्ना सिंह, भीम सिंह, प्रताप सिंह, रतन सिंह, श्रवण सिंह, कालू सिंह, नाथू सिंह, माधु सिंह, धन्ना सिंह, विरद सिंह, राम सिंह,प्रेम सिंह, भगवान सिंह, लाखन सिंह, धर्म सिंह, शंकर सिंह, मोती सिंह, नारायण सिंह, दूध सिंह, अमर सिंह, हरि सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन किया।
26 जोड़ों ने थामा एक दूसरे का हाथ
सामूहिक विवाह सम्मेलन में 26 जोड़ों ने एक-दूसरे का हाथ थाम कर साथ जीने मरने की कसमें खाकर साथ चल पड़े। इनमें राधिका कंवर ठिकरवास संग जितेंद्र सिंह कोटडा, पूजा कंवर ठिकरवास संग देवेंद्र सिंह समेल, चन्द्रा कंवर कुकरखेडा संग किशोर सिंह शक्करगढ़, माया कंवर ठिकरवास संग हरदेव सिंह टोगी, पूजा कंवर खेड़ेला संग शैतान सिंह ठीकरवास, विमला कंवर ठिकरवास संग बलवंत सिंह आड़ावाला, चंद्राकंवर ठीकरवास संग नरेंद्र सिंह खेडेला, रुकमा कंवर सनामों का बाडिया संग ख्याल सिंह गोपालपुरा, सुमित्रा कंवर ठिकरवास संग सुरेंद्र सिंह कालेटरा, सपना कंवर धर्मो की तलाई संग देवी सिंह ठीकरवास, जयंवती कंवर नेगडिया संग परमेश्वर सिंह कालेटरा, दुर्गा कंवर सेंडखेड़ा संग जोरावर सिंह कालेटरा, निर्मला कंवर सेंडखेड़ा संग भैरू सिंह भचेडीया, मंजू कंवर बगड़ी संग ललित सिंह केलावास, गोदावरी कंवर बगड़ी संग भवानी सिंह टॉडगढ़, मीनाक्षी कंवर सुरगढ़ संग दिनेश सिंह टॉडगढ़, सुमित्रा कंवर भीम संग नैना सिंह बग्गड़, बसन्ता कंवर सनामो का बाडिया संग शेर सिंह कलालिया, जसोदा कंवर ठिकरवास संग देवी सिंह राशमी, हेमलता बागलिया संग ललित सिंह रूढाना, मीना कंवर सीम की पाटिया संग कुलदीप सिंह थूनी का थाक, ललिता कंवर सीम की पाटिया संग देवेंद्र सिंह टोगी, ममता कंवर सेंडखेड़ा संग सतवीर सिंह बगड़ी, डिंपल कंवर ठिकरवास संग लोकेंद्र सिंह कोट किराना, प्रियंका कंवर भादसी संग मुकेश सिंह मायला खेत, वर्षा कंवर ढाक का चौड़ा संग नरेंद्र सिंह खेदरा जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। सभी जोड़ों को कमेटी की ओर से सामूहिक रूप से आशीर्वाद प्रदान किया गया।
भरपूर डायचा, जेवर और कन्यादान मिला
सामूहिक विवाह आयोजन समिति व भामाशाह की ओर से सभी कन्याओं को भरपूर डायचा, घरेलू उपयोग की सामग्री, सोने-चांदी के जेवर तथा कन्यादान दिया गया। कमेटी की ओर से सभी जोड़ों को एक-एक तलवार भी भेंट की गई।
आगंतुक अतिथियों ने समाज में एकता का किया आवहान
कार्यक्रम की अध्यक्षता चौबीस गांव समाज सुधार संस्थान के अध्यक्ष भीम उप प्रधान नारायण सिंह बग्गड़ ने की। मुख्य अतिथि पृथ्वी सिंह भोजपुरा थे। विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी मोहन सिंह चौहान, कोठात समाज अध्यक्ष गणपत सिंह मालावत, सिसोदिया समाज अध्यक्ष मोहन सिंह स्वादडी, खोखावत समाज अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह छापली, पदमावत समाज अध्यक्ष देवी सिंह बरार, घोडावटी समाज अध्यक्ष कैप्टन रणजीत सिंह, कोट रावजी नारायण सिंह, नराजी बरगाजी समाज अध्यक्ष मोती सिंह कुकड़ा, पूर्व सैनिक संघ अध्यक्ष सूबेदार वन्ना सिंह, सिलहोटी अध्यक्ष नवल सिंह, महासभा पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष मोट सिंह गहलोत, कमांडो नेना सिंह आदि थे। अतिथियों का स्वागत वरिष्ठ उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह कथार, उपाध्यक्ष मदन सिंह काछबली, सचिव अनोप सिंह तलाई, कोषाध्यक्ष अमर सिंह पीपली, लक्ष्मण सिंह नाबरी, मनोहर सिंह ठिकरवास, प्रताप सिंह ठिकरवास व कमेटी सदस्यों ने ऊपरना, साफा पहनाकर तथा प्रतीक चिन्ह देकर अभिनंदन किया।
सामूहिक विवाह समिति अध्यक्ष पटवारी मिठु सिंह चौहान ने स्वागत उदबोधन देते हुए सामूहिक विवाह की रुपरेखा बताई। वर्तमान समय में सामूहिक विवाह की उपयोगिता बताते हुए समाज में कुरुति निवारण का संदेश दिया। मुख्य अतिथि पृथ्वी सिंह भोजपुरा ने कहा कि समाज की सनातन परंपरा को जीवित रखने के लिए हमें समाज और क्षेत्र में तारतम्य बिठाकर निरंतर क्षेत्र हित में काम करना होगा। जिससे आने वाला भविष्य हम सबके लिए बेहतर होगा।
चौबीस गांव अध्यक्ष नारायण सिंह बग्गड़ ने कहा कि एकता के सूत्र में बंधे रहने के लिए हम सबको पार्टी- पॉलिटिक्स छोड़कर सभी समाज बंधुओ ठाकुर, रावजी, पंच, पटेल, टिकायतों को एक जाजम पर आकर समाज हित में बड़े फैसले लेने होंगे। जिससे हमारे समाज का गौरव पुनः स्थापित हो सके।
समारोह को पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी मोहन सिंह चौहान, शिक्षा समिति अध्यक्ष प्रधानाचार्य दीप सिंह चौहान, पूर्व अध्यक्ष संरक्षक प्रताप सिंह ठिकरवास, मण्डावर सरपंच प्यारी कुमारी चौहान, कोठात समाज अध्यक्ष गणपत सिंह मालावत आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन लोको पायलट जसवंत सिंह मण्डावर, अध्यापक दिलीप सिंह मण्डावर व शारीरिक शिक्षक विजय सिंह ने किया। ठिकरवास सरपंच मनोहर सिंह व प्रताप सिंह ने विवाह समारोह में पधारे सभी समाजबंधुओ का आभार व्यक्त करते हुए सभी अतिथियों, भामाशाह, नवयुवक मंडल, सामूहिक विवाह कमेटी व चौबीस गांव कमेटी का शानदार आयोजन में सहयोग करने के लिए आभार व्यक्त किया।