अजमेर। पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक (क्षेत्र) अजमेर अपने माता-पिता की याद में वर्ष 1996 से लगातार प्रतिदिन एक पेड़ लगा रहे हैं। उनका कहना है कि आगे भी जीवन पर्यन्त यह कार्यक्रम जारी रहेगा।
5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अजमेर संभाग के सभी जिलों की 1201 पशु चिकित्सा संस्थाओं में वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जाएगा। नागौर जिले में जायल, डीडवाना सहित पशु चिकित्सा संस्थाओं और गौशालाओं में लगभग एक हजार पौधे लगाए जाएंगे।
भीलवाड़ा में 238 पशु चिकित्सालयों में 400, टोंक जिले में लगभग 500 वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जाना है। इसी तरह अजमेर में सुबह 8 बजे आनासागर नई चौपाटी पर वृक्षारोपण किया जाएगा। सुबह 8.30 से 9 बजे श्री प्राज्ञ रूपरजत गौशाला में नीम, शीशम, बरगद, जामुन, गूलर, अर्जुन आदि के लगभग 500 पौधे लगाए जाएंगे। ऐसे पौधों को प्राथमिकता दी जाएगी जिनकी पत्तियां गाय खा सकती हैं।
सुबह 10 कृषि विज्ञान केन्द्र अजमेर में वृक्षारोपण कार्यक्रम है जिसमें अजमेर कलक्टर डॉ भारती दीक्षित, अतिरिक्त कलक्टर देविका तोमर, कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डॉ भाटी, निदेशक विस्तार, पशुपालन विभाग के रिटायर्ड जिला अधिकारी, विभाग की महिला पशु चिकित्सक एवं कर्मचारियों द्वारा वृक्षारोपण किया जाएगा।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बड़लिया व नारेली गौशाला में कलक्टर, अतिरिक्त कलक्टर, डॉ नवीन परिहार एवं ग्राम पंचायत सरपंच वृक्षारोपण करेंगे। दोपहर बाद डॉ नवीन परिहार गांव अरड़का की नरसिंह गौशाला, गांव थांवला की गौशाला, किशनगढ़ की मदनेश गौशाला एवं मसूदा में वृक्षारोपण करेंगे।
राजस्थान सरकार के पशु पालन मंत्री लालचंद कटारिया बांदरसिंदरी की माधव गौशाला में वृक्षारोपण कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। डॉ परिहार ने बताया कि यह पहली बार हो रहा है जब अजमेर संभाग की 1201 पशु चिकित्सा संस्थाओं में वृक्षारोपण कर हरे भरे संस्थाओं का संदेश दिया जा सकेगा।