अजमेर। नेशनल ऑर्गेनाईजेशन ऑफ इंश्योरेन्स वर्कर्स की 19वीं त्रैवार्षिकी ऑल इंडिया कॉन्फ्रेन्स 2025 का आगज रविवार को जेएलएन मेडिकल कॉलेज अजमेर स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सभागार में हुआ। इस अवसर पर स्पीकर वासुदेव देवनानी व जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने शिरकत की। कार्यक्रम में पहुंचने पर संगठन की ओर से अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर मंत्री सुरेश सिंह रावत ने इंश्योरेंस क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की भूमिका को सराहा और उनकी कड़ी मेहनत की सराहना की। उन्होंने कहा कि इंश्योरेन्स कर्मचारियों की मेहनत से ही कई लोगों को सुरक्षा और भविष्य की चिंता कम हो पाती है। उन्होंने इस अवसर पर यह भी बताया कि राज्य सरकार अपने विभिन्न प्रभागों के माध्यम से इंश्योरेंस कर्मचारियों के लिए कल्याणकारी योजनाएं लाने पर काम कर रही है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके।
इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि भारत में बड़ी संख्या ग्रामीण आबादी की है। एलआईसी गांवों तक भी अपनी पहुंच बनाने के लिए एक बड़ी रणनीति बनाकर काम करे और ग्रामीणों को अपनी वित्तीय सुरक्षा के दायरे में लें। पूरे देश में आज 55 से 60 प्रतिशत बीमा मार्केट में एलआईसी का प्रभुत्व है। यह विश्वास एलआईसी ने अपनी शानदार सेवाओं से बनाया है। इस विश्वास को और अधिक मजबूत करें तथा गांवों तक अपनी सेवाओं का लाभ पहुंचाए।
रावत ने इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता बताते हुए कहा कि यह आयोजन राज्य और देशभर के इंश्योरेन्स कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म साबित हुआ, जिसमें उनके हितों की रक्षा और उनके कार्यक्षेत्र की बेहतरी के लिए कई विचार मंथन किए गए। राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम होने से देश के आम जनों को भी इंश्योरेंस की महत्त्वता के बारे में और अधिक जानकारी और जागृति होगी।
आयोजन समिति अध्यक्ष सुनील दत जैन ने कहा कि युग परिवर्तित हो रहा है, हम भी बदलें। स्वयं भी जागृत हो और देश को भी जागृत करे। पिछले करीब डेढ दशक में देश की दशा एवं दिशा बदली है, हम भी इसमें अपना पूरा योगदान दें।
कार्यक्रम का आयोजन करने वाली संस्था नेशनल ऑर्गेनाईजेशन ऑफ इंश्योरेन्स वर्कर्स के अध्यक्ष ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और आगे भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही। कॉन्फ्रेन्स में देशभर से आए विभिन्न इंश्योरेंस कंपनियों के प्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने भी अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर इंश्योरेन्स उद्योग की चुनौतियों, भविष्य की योजनाओं और कर्मचारियों के अधिकारों को लेकर चर्चा की गई।