गाजीपुर। उत्तर प्रदेश में गाजीपुर जिले के सैदपुर क्षेत्र में नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर गंगा नदी में फेंकने के आरोपी चार बाल अपचारी और एक अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक एवं नगर क्षेत्राधिकारी सैदपुर की अगुवाई में 14 मार्च को नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने वाले चार बाल अपचारी व एक अभियुक्त को माहपुर स्टेशन जाने वाले मार्ग पर माहपुर नहर पटरी तिराहे से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र के एक गांव में निर्माणाधीन मकान में काम कर रहे पिता के बीमार पड़ जाने पर पिछली तीन मार्च को काम पर आए बाल अपचारी विरेन्द्र कुमार अपने मकान मालकिन के पोती को बहला-फुसला लिया और पांच मार्च को अपने साथी विजय कुमार के साथ मिलकर उसे कोचिंग जाते समय वाराणसी घुमाने के नाम पर अपनी मोटर साईकिल पर बैठा लिया।
दोनों नाबालिग लड़की को चौबेपुर ले गए जहां इनके तीन दोस्त, शैलेश कुमार, शिवांश और राहुल मिले। विरेन्द्र और विजय किशोरी को अपने दोस्तों को सौंप कर वापस आ गए। शैलेश, शिवांश और राहुल ने वाराणसी में हाईवे के किनारे एक गेहूं के खेत में किशोरी को ले जाकर बलात्कार किया और दिन भर उसे वाराणसी घुमाने के बाद पकड़े जाने से बचने के लिए उसे विश्व सुन्दरी पुल पर ले जाकर गंगा नदी में फेंक दिया।
नदी में मछली पकड़ रहे मल्लाहो ने उसे बचाकर स्थानीय पुलिस चौकी नगवां को सूचित किया। जहां से उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर वाराणसी में भर्ती कराया गया। बालिका के होश में आने पर उसके द्वारा फोन नम्बर बताने पर उसके घर सूचना दी गई। जहां 6 मार्च बालिका को परिजनों की सुपुर्द कर दिया गया। बालिका के सदमें में होने के कारण और परिजनों द्वारा लोक लज्जा से भी भयभीत होने के कारण 12 मार्च को पांचों आरोपियों को नामजद करते हुए उनके विरुद्ध मुकदमा उपरोक्त लिखवाया गया।
पूछताछ से नाबालिग वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि उसने मोबाईल फोन खरीदने के लिए रुपए की जरुरत पड़ने पर अपने तीनों दोस्तों को 20 हजार रूपए के एवज में नाबालिका को उन्हें सौंपा था। आरोपियों को आवश्यक कार्यवाही करते हुए न्यायालय किशोर न्याय बोर्ड गाजीपुर रवाना किया जा रहा है।