कोटा। राजस्थान के कोटा से लापता कोचिंग छात्रा तृप्ति सिंह को पुलिस ने पंजाब के लुधियाना से दस्तयाब कर लिया हैं।
कोटा शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 10 दिन पहले थाना अनन्तपुरा स्थित पीजी से टेस्ट देने कोचिंग के लिए निकलने के बाद लापता हुई छात्रा तृप्ति सिंह को गुरुवार को दस्तयाब के बाद लुधियाना में उसके परिजनों से मिलवा कर सुपुर्द कर दिया गया। इस दौरान छात्रा ने अपना पूरा समय वृंदावन के मंदिरों में गुजारा।
कोचिंग छात्रा तृप्ति सिंह अनन्तपुरा थाना क्षेत्र के गोबरिया बावडी ट्रासपोर्ट नगर में एक पीजी हॉस्टल मे रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। वह गत 21 अप्रैल को साप्ताहिक टेस्ट के लिए पीजी से कोंचिग के लिए निकली लेकिन वापस नहीं लौटी। इस पर पीजी संचालिका ने 23 अप्रैल को अनन्तपुरा थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और इस पर घरवालों को सूचना दी गई।
कोचिंग छात्रा के अचानक लापता हो जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी के निर्देशन में एक विशेष अभियान चलाया गया। इसी क्रम में सीओ मनीष शर्मा के सुपरविजन एवं एसएचओ भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व मे एक टीम गठित की गई। पुलिस ने जब लापता छात्रा के कमरे की तलाशी ली तो कमरे के अन्दर एक कॉपी में छात्रा का हस्तलिखित सुसाईड नोट लिखा मिला। जिसमे नदी में कूदने की बात कही गई थी।
पुलिस ने सुसाइड नोट को गंभीरता से लेते हुए चम्बल नदी मे एक बार सिविल डिफेन्स एवं नगर निगम के गोताखोर की टीम एवं दूसरी बार एसडीआरएफ एवं आरएसी कम्पनी के गोताखोर की टीम से तलाश कराई मगर लापता छात्रा के बारे में कोई सुराग नहीं मिला।
छात्रा की कॉपी मे बहुत सी जगह राधा-कृष्ण का नाम लिखे होने एवं मोबाईल की डिटेल में इससे पहले एक बार छात्रा का मथुरा वृन्दावन की तरफ जाना पाए जाने पर एक टीम मथुरा-वृन्दावन भेजी गई जहां बुधवार को विश्वसनीय सूत्रों से पता चला कि इस हुलिए की लड़की लुधियाना की तरफ निकल गई है।
इस सूचना पर गुरुवार को पुलिस की टीम लुधियाना पहुंची। छात्रा तृप्ति सिंह को तलाश कर दस्तयाब किया गया। छात्रा को लुधियाना में ही उसके परिजनों से मिलवा कर सुपुर्द किया गया। छात्रा उत्तर प्रदेश की रहने वाली है।