नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर मंगलवार को आरोप लगाया कि उन्होंने सदन में हिंदुओं को हिंसा फैलाने वाला कहा है और यह काम बहुत बड़ी साजिश के तहत बहुत सोच समझ कर किया है, इसलिए हिंदुओं को भी अब इस बारे में सोच विचार करना पड़ेगा।
मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि हिंदुओं को हिंसक बताना बहुत गंभीर बात है और इसमें कोई गहरी साजिश हिंदुओं के खिलाफ नजर आ रही है। हिंदुओं को हिंसक कहा जा रहा है, अपमानित किया जा रहा है और गाली दी जा रही है। हिंदुओं को गाली देने का चलन बनाया जा रहा है इसलिए इस बारे में हिंदुओं को भी सोचना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि गंभीर बात है कि आज हिंदुओं पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाने की साजिश हो रही है। इस तरह के आरोप लगाने के गंभीर षड्यंत्र हो रहे हैं। क्या हिंदू हिंसक होता है। क्या यह आपकी यही सोच है, क्या यह आपकी नफरत है। क्या यही है आपका संस्कार। देश सदियों तक इस आरोप को भूलने वाला नहीं है। देश हिंदुओं को हिंसा फैलाने वाला कहकर संबोधित करने वालों और हिंदू आतंकवाद जैसे शब्द गढने की कोशिश करने वालों को भूलेगा नहीं और हिंदुओं को अपमानित करने वाले शब्दों के लिए देश माफ नहीं करेगा।
मोदी ने कहा कि सोची समझी रणनीति के तहत हिंदू संस्कृति, परंपरा को गाली दी जा रही है, हिंदुओं का मजाक उड़ाया जा रहा है, मजाक उड़ाने को फैशन बनाया जा रहा है और अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस तरह के काम हो रहे हैं। देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि ईश्वर का हर रूप दर्शन के लिए होता है। ईश्वर का रूप निजी स्वार्थ के लिए और प्रदर्शन के लिए नहीं होता। यह प्रदर्शन हमारे देश के लोगों को गहरी चोट पहुंचा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह से जब हिंदुओं को अपमानित किया जा रहा है, उन्हें हिंसा फैलाने वाला बताया जा रहा है तो अब हिंदू समाज को भी सोचना पड़ेगा कि उसका इस तरह से मजाक क्यों उडाया जा रहा है।