मोतिहारी। बिहार में पूर्वी चंपारण के जिला मुख्यालय मोतिहारी से सेक्स रैकेट चला रहे दरोगा को दो महिलाओं के साथ गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को यहां बताया कि गिरफ्तार किए गए दरोगा सत्येंद्र नारायण शर्मा सेवानिवृत्ति से पूर्व पूर्वी चंपारण के नगर थाना मोतिहारी, पताही और डुमरियाघाट थानों में पदस्थापित रह चुके हैं। जिस नगर थाना मोतिहारी में पदस्थापित रहकर कभी विधि-व्यवस्था संचालन किया करते थे।
सेवानिवृत्ति के बाद उसी थाना क्षेत्र में ही देह व्यापार का केंद्र स्थापित कर लिया। सेवानिवृत्ति के बाद उसने शहर के अति व्यस्ततम बलुआ चौक और अस्पताल चौक के मध्य में स्थित अगरवा मोहल्ला में भूमि खरीद कर घर निर्माण किया। उसी घर को सेक्स रैकेट का अड्डा बना दिया।
सूत्रों ने बताया कि सदर पुलिस उपाधीक्षक जीतेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में नगर इंस्पेक्टर विजय कुमार और केसरिया थाना की पुलिस ने दरोगा शर्मा के अगरवा आवास पर छापेमारी की। पुलिस ने दरोगा के घर से दो संदिग्ध महिलाओं के साथ कंडोम के कई पैकेट और दो चेक भी बरामद किए।
गिरफ्तार महिलाओं में से एक संग्रामपुर थाना की निवासी है जबकि दूसरी उसी मोहल्ला की रहने वाली है। सेक्स रैकेट का अड्डा संचालन करने के आरोप में सेवानिवृत दरोगा सत्येंद्र नारायण शर्मा गिरफ्तार कर दोनों महिलाओं के साथ न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
गिरफ्तार महिलाओं ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि दरोगा शर्मा अपने अगरवा स्थित घर पर सेक्स रैकेट का संचालन करते थे। इस सेक्स रैकेट के मामले में पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात को गोपनीय सूचना मिली थी। सूचना के आलोक में सदर पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में टीम बनाकर कार्यवाई की जिम्मेवारी सौपी गई।
सदर पुलिस उपाधीक्षक जीतेश कुमार पांडेय ने बताया कि इस मामले की गहराई में जाने के लिए छापेमारी में प्राप्त साक्ष्यों के साथ कॉल रिकार्ड का भी गहनता से अध्ययन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किया गया सेवानिवृत दरोगा सत्येंद्र नारायण शर्मा मूलतः जहानाबाद जिलान्तर्गत मकदुमपुर थाने के आमोपुर गांव का निवासी है।