अजमेर। मुख्यमंत्री दिव्यांगजन स्कूटी योजनानन्तर्गत स्कूटी वितरण कार्यक्रम जिला परिषद में जिला प्रमुख सुशील कंवर पलाडा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इसमें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया गया।
जिला प्रमुख पलाडा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को जरूरतमंद व्यक्ति की सहायता करनी चाहिए। सहायता करने का कार्य प्राथमिकता के साथ होने से व्यक्ति जल्दी लाभान्वित होंगे। यह पुण्य कार्य है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की जिला टीम तत्परता के साथ यह कार्य कर रही है। दिव्यांगों का जीवन संवारने वाले व्यक्ति का जीवन स्वतः ही संवर जाता है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के शासन सचिव शर्मा ने कहा कि निःशक्तजनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा मुख्यमंत्री दिव्यांगजन स्कूटी योजना आरम्भ की गई है। राज्य में 10 हजार स्कूटी वितरित की जा रही है। इसका उपयोग आवागमन के साधन के स्थान पर रोजगार के साधन के लिए करने पर सरकार की मंशा सार्थक होगी। इससे दिव्यांग स्वावलम्बी बनेंगे। लगभग 87 हजार की यह स्कूटी दिव्यांगों का जीवन बदलने में सक्षम है। इन्हें स्कूटी के साथ हेलमेट एवं ड्राईविंग लाईसेंस भी दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार स्कूटी वितरण में आयु सीमा की बाध्यता में शिथिलता प्रदान करने पर विचार कर रही है। विभाग द्वारा 1.10 करोड़ से अधिक व्यक्तियों को लाभान्वित किया जा रहा है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन में वार्षिक वृद्धि की जाएगी। दिव्यांगों के अंग उपकरण की राशि को भी बढ़ाकर 20 हजार किया गया है। जीवित प्रमाण पत्र ऑनलाईन एप के माध्यम से जारी करने की दिशा में सरकार कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति के लिए सच्ची पूजा जीवित भगवान की होती है। निःशक्तजनों को प्रभु मानकर सेवा करनी चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को 5 जरूरतमंद व्यक्तियों को लाभान्वित करने का संकल्प लेना चाहिए। इस पुण्य कार्य को करने से समाज में बड़ा बदलाव आ जाएगा। पात्र व्यक्तियों को आधार एवं जनआधार से तत्काल पेंशन स्वीकृत करने की कार्यवाही होती है। वर्तमान में 50 हजार से ज्यादा पेंशनर द्वारा फैस रिकगनेशन एप के माध्यम से अपना वार्षिक सत्यापन कराया जा चूका है। जो नवीन तकनीक की सफलता को बताता है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नन्दकिशोर राजोरा ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अन्तिम व्यक्ति के लिए बना है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक प्रफुल्ल चन्द्र चौबीसा ने बताया कि अजमेर जिले में 102 स्कूटियों का वितरण दिव्यांगजनों को पूर्व में किया जा चुका है। इसी क्रम में बुधवार को 19 दिव्यांगजनों को स्कूटी वितरित की गई।
विभाग द्वारा जिला परिषद आपके द्वार कैम्पाें में एक हजार से अधिक नवीन पेंंशन स्वीकृत की जा चुकी है। अतिथियों द्वारा 19 दिव्यांगजनों को मुख्यमंत्री स्कूटी योजनान्तर्गत स्कूटी की चाबी एवं हेलमेट पहनाकर हरी झण्डी दिखाई गई। भीक्षावृति मुक्त अजमेर में बेहतरीन कार्य करने पर सहायक निदेशक अभिषेक गुप्ता एवं दायित्व निर्वहन के लिए छात्रावास अधीक्षक प्रमिला मांजू को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सीफार स्वयं सेवी संस्था से आनन्द स्टेट कॉर्डिनेटर, दीपक एवं अन्य स्टाफ मौके पर उपस्थित थे।