नई दिल्ली। मुंबई की लोकल ट्रेनों को अगले तीन से चार साल के भीतर वंदे भारत मेट्रो ट्रेन सेट से बदल दिया जाएगा जिससे मुंबई के दैनिक यात्रियों को मेट्रो की तर्ज पर वातानुकूलित एवं स्वचालित गेट वाली सुरक्षित सेवा मिलेगी।
रेलवे बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कपूरथला स्थिति रेल कोच फैक्ट्री में वंदे भारत मेट्रो ट्रेन का पहला रैक करीब-करीब तैयार है और अगले महीने परीक्षण के लिए बाहर आएगा। सूत्रों के अनुसार वंदे भारत मेट्रो के 50 रैक बनने के बाद 400 और रैक के निर्माण का आर्डर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश के 12 बड़े एवं मझोले नगरों के बीच वंदे भारत मेट्रो से दैनिक यात्रा की सुविधा मिलेगी। वंदे भारत मेट्रो ट्रेन 12 कोच वाला ट्रेन सेट होगा जिसे आवश्यकता पड़ने पर 16 कोच का बनाया जा सकता है। यह अत्यंत तीव्रता से गति पकड़ने और तेजी से रुकने वाली गाड़ी होगी जिसे औसतन सौ सवा सौ किलोमीटर की दूरी वाले दो प्रमुख स्टेशनों के बीच कई फेरों चलाने की योजना है।
सूत्रों ने कहा कि आगे चल कर मुंबई, कोलकाता, चेन्नई आदि महानगरों में उपनगरीय सेवाओं में चलने वाली गाड़ियों को वंदे भारत मेट्रो में बदला जा सकता है जिससे दैनिक यात्रियों को द्रुत गति वाली सुविधायुक्त एवं अधिक सुरक्षित रेलसेवा मिल सकेगी।