जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ऋषि गालव भाग की ओर से जयपुर प्रांत घोष दिवस के अवसर पर नाद गोविंदम् कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर तोपखाना संघस्थान से, पांच बत्ती, एमआई रोड, अजमेरी गेट, न्यू गेट होते हुए रामनिवास बाग स्थित अल्बर्ट हॉल तक घोष पथ संचलन निकाला। घोष वाद्य यंत्रों की स्वरलहरियों के साथ कदम से कदम मिलाते हुए पथ संचलन अल्बर्ट हॉल पहुंचा।
ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथी राजस्थान संगीत संस्थान, जयपुर के डॉ विजयेन्द्र गौतम, भाग संघचालक अशोक जैन सहित क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम मुख्य वक्ता के रूप में मंच पर उपस्थित रहे। घोष स्वयंसेवकों द्वारा स्थिरवादन के तहत 22 प्रकार की रचनाओं की प्रस्तुति दी गई।
नाद गोविंदम् कार्यक्रम में उपस्थित स्वयंसेवकों एवं कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता क्षेत्रीय प्रचारक ने कहा संघ प्रचार और प्रदर्शन के लिए कार्य नहीं करता, संघ का मूल काम व्यक्ति निर्माण का है। संघ में प्रागण्य से लेकर रणागण्य तक सब प्रकार का संगीत उसकी भिन्न-भिन्न प्रकार की रचनाएं अलग अलग वाद्य यंत्रों को लेकर के निर्माण की है, उसकी अपनी एक प्रतिष्ठा आज सम्पूर्ण समाज और देश में है।
उन्होंने संघ के शताब्दी वर्ष में समाज को साथ लेकर चलने का आग्रह करते हुए भगवान श्रीकृष्ण के जीवन प्रसंगों की चर्चा करते हुए कहा जन्म से देवलोक गमन तक श्रीकृष्ण ने संघर्ष किया,उन संघर्षो से जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा आज समाज के सामान्य व्यक्ति को समझना होगा। आज के समय में भगवान श्रीकृष्ण के कौनसे स्वरूप कौनसे भाव की आवश्यकता है, उस मार्ग पर समाज को चलना है।
उन्होंने युवाओं को मोबाइल पर समय बर्बाद करने के स्थान पर शारीरिक सौष्ठव बनाने पर ध्यान देने की बात कहते हुए संघ के पंच प्रण के संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा सबकुछ संघ करेगा ऐसा नहीं है, कई ऐसी संस्थाएं जो देश के लिए कार्य कर रही है। हमें शताब्दी वर्ष में गुणवत्तापूर्ण कार्य के साथ सम्पूर्ण समाज को साथ लेकर चलना होगा।