अजमेर। राजस्थान में अजमेर नगर निगम के सफाईकर्मियों की हड़ताल के चलते सभी 80 वार्डों में मंगलवार को सफाई व्यवस्था चरमरा गई। सफाईकर्मियों के हड़ताल के पहले ही दिन शहर गंदगी से पटा नजर आया। शहर के अनदरूनी ईलाकों का हाल बेहाल हो चला है।
अजमेर में सफाई कर्मचारियों की भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता दिए जाने की मांग को लेकर सफाई कर्मियों ने हड़ताल घोषित की है। सफाई कर्मचारियों को अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस का संरक्षण है जबकि नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी का बोर्ड तथा प्रदेश में भाजपा सरकार अस्तित्व में है। ऐसे में हड़ताल आगे तक चलने की सम्भावना दिखाई पड़़ रही है।
शहर के किसी क्षेत्र में आज झाड़ू नहीं लगी और न ही कहीं से कचरा संग्रहण किया गया। यहां तक की दरवाजे दरवाजे जाकर कचरा एकत्र करने वाली गाड़ियां भी ठेके के बावजूद हड़ताल पर रही। अजमेर में सफाई का काम 11 जोन में बंटा हुआ है। यहां 1475 स्थाई सफाई कर्मी तथा 2000 से ज्यादा अस्थाई कर्मचारी हैं। कुल 350 लोग कचरा संग्रहण में लगे हैं। शहर में सफाई व्यवस्था ठप होने से हालात बिगड़ सकते हैं और बीमारियों के पैदा होने की आशंका भी बनी हुई है।