अजमेर। विद्यासागर तपोवन में चल रहे पिछले 60 दिन से णमोकार महामंत्र अनुष्ठान में काफी तादाद में जैन बंधु हिस्सा ले रहे हैं। प्रतिदिन शाम 7 बजे से यह दिव्य अनुष्ठान प्रारंभ होता है। मेडिटेशन धर्म योग के बाद मुनि श्री सदभव सागर महाराज स्वयं णमोकार चालीसा का पाठ श्रद्धालुओं से करवाते हैं। संगीत के साथ आयोजित इस अनुष्ठान में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु णमोकार महामंत्र का जाप कर रहे हैं। सुबह प्रवचन 8:15 बजे से होते हैं।
10 सितंबर को होगा णमोकार महामंत्र अनुष्ठान समापन
श्री दिगंबर जैन मुनि संघ सेवा जागृति मंच के तत्वावधान में 9 व 10 सितंबर को अनुष्ठान समापन के उपलक्ष में विशेष आयोजन किया जाएगा। नौ सितंबर को अजमेर के सभी महिला मंडलों को आमंत्रित किया गया है जिसमें भक्ति भाव के साथ णमोकार महामंत्र का महाजाप होगा। 10 सितंबर को णमोकार महामंत्र अनुष्ठान निस्ठापन हेतु णमोकार महामंत्र मंडल विधान का भव्यता के साथ आयोजन किया गया है। इस विधान में प्रत्येक दिन के पुण्यार्जक परिवार के साथ चातुर्मास कलश पुण्यार्जक परिवार एवं अन्य समाज बंधु भी हिस्सा लेंगे।
मुनि सदभव सागर महाराज ने प्रवचन में कहा कि पुण्यशाली परिवार ही णमोकार महामंडल विधान में बैठ सकते हैं। णमोकार महामंडल विधान भव भव के पापों को नष्ट करने वाला विधान है। सभी समाज बंधुओ को इस विधान में बैठकर पुण्य संचय करना चाहिए। जैन समाज के लिए णमोकार महामंत्र का विशेष महत्व है। प्रत्येक जैन सुबह उठते ही नौ बार णमोकार एवं रात को सोते वक्त भी 9 बार णमोकार महामंत्र का जाप करता है।
णमोकार महामंत्र अनुष्ठान के लिए विशेष महामंडल विधान का आयोजन के लिए जागृति वंश के कार्यकर्ता सभी पुरुष मंडल एवं महिला मंडलों से संपर्क कर बैठने का निवेदन कर रहे हैं। प्रत्येक परिवार को विधान के लिए एक मंडल दिया जाएगा। उस मंडल पर परिवार द्वारा ही श्रीफल अर्पित होंगे।
65 दिन तक चले णमोकार महामंत्र अनुष्ठान के समापन को लेकर सभी जैन श्रावकों में उत्साह का माहौल है। 10 सितंबर को णमोकार महामंडल विधान के पश्चात संपूर्ण विश्व की शांति के लिए महायज्ञ भी किया जाएगा।