गंज जनकपुरी में नानी बाई का मायरा कथा में जुटे भक्तजन

अजमेर। महिलाओं की सामाजिक व धार्मिक संगठन संजीवनी क्लब की ओर से बुधवार को गंज स्थित जनकपुरी में विधि विधान से तीन दिवसीय नानी बाई का मायरा कथा का शुभारंभ हुआ। संत पुष्कर दास महाराज ने संगीतमय नानी बाई की कथा के प्रसंग और भजन सुनाकर भक्तों को भाव विभोर कर दिया। कथा के दौरान भक्त राधे कृष्णा के भजनों पर झूमते रहे।

कथा के दौरान प्रवचनों में संत पुष्कर दास महाराज ने कहा कि नरसी जी महाराज भगवान के परम भक्त थे, उनकी कथा बड़ी प्रेरणादायक है। उन्होंने किसी को दुःख नहीं दिया, दिल नहीं दुखाया और पाप नहीं किया। जब नरसी जी बोलने लगे और स्कूल गए तो उन्होंने सबको कीर्तन करना सिखा दिया।

महाराज ने कहा कि आज मनुष्य संवेदनशील हो गया। आज हमारी वजह से किसी का दिल नहीं दुखे, अगर किसी का दिल दुखता है, तो वह पाप है। महाराज ने भक्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सही भक्ति की जब शुरूआत होती है तब आत्मा नचाती है। नरसी जी की भी ऐसे ही आत्मा नाची थी।

महाराज ने अपनी अमृतवाणी में कहा कि जब जब धर्म की हानि होती है तब परमात्मा असहाय की मदद करने आते हैं। हर जीव की मदद करने के लिए परमात्मा खड़ा है। परमात्मा विविध रूप धारण करते हैं, कभी परिवार के रूप में तो कभी पड़ोसी के रूप में अपना रूप धारण करते है।

महाराज ने क्लब की सराहना करते हुए कहा कि कभी कभी हमें मूर्छा आ जाती है। इस मूर्छा में कभी कभी हम ईश्वर को भूल जाते हैं, जिसे जगाने के लिए समाज के संजीवनी क्लब जैसे संगठन सामने आ जाते हैं।

क्लब की संरक्षिका अंजु पंसारी व कमलेश मंगल, कांता शाह व रजनी सूद ने बताया कि कथा सेे पूर्व क्लब की सभी 35 महिलाए सदस्य जोड़े के साथ कथा पोथी को जनकपुरी के बाहर से गाजे बाजे के साथ कथा स्थल पर विराजमान कराया गया। पूजा अर्चना के साथ महाराज कथा ने कथा का शुभारंभ किया। ओम मंगल व अशोक पंसारी ने माला पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर कर महाराज का सम्मान किया।

कथा के अंत में कृष्ण कांत शाह, गिरधारी मंगल, नारायण गर्ग, मुकेश गोयल, ज्वाला प्रसाद कांकानी आशा कांकानी, अनुराधा भंसाली, इंद्रा गर्ग, इंदु गुप्ता, कौशल गर्ग, ममता गोयल, मीनू मित्तल ने आरती की।

कथा में वर्षा फतेहपुरिया, शशि गोयल, त्रिलोक गोयल, सतीश भंसाली, उषा शर्मा, उषा बिंदल आदि भक्त मौज्ूद रहे। गिरधारी मंगल ने बताया कि गुरुवार को कथा दोपहर 2 बजे प्रारंभ होगी। कथा में नानी बाई के विवाह के प्रसंग होंगे।

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