उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में नारायण सेवा संस्थान इस बार आगामी 8-9 फरवरी को दिव्यांग एवं निर्धन जन एक-दूसरे का हाथ पकड़ एक नई दुनिया बसाए, इस भावना से निःशुल्क 43वां दिव्यांग एवं निर्धन सामूहिक विवाह आयोजित करेगा।
संस्थान के जनसंपर्क प्रमुख भगवान प्रसाद गौड़ ने आज बताया कि वर्ष 2025 के प्रथम सामूहिक विवाह में 51 जोड़ों की जिंदगी में खुशियों के रंग भरे जाएंगे। इसमें 28 दिव्यांग तथा 23 निर्धन परिवार के वर-वधू हैं।
उन्होंने बताया कि समारोह की व्यापक स्तर पर व्यवस्था की गई है। सेवा महातीर्थ में विशाल डोम बनाया गया है। जिसमें विवाह संस्कार की वे सभी रस्में निभाई जाएंगी जो किसी सामान्य व्यक्ति के विवाह में होती हैं। यथा गणपति पूजन, मेहंदी, हल्दी, महिला-संगीत तोरण, वरमाला और विद्वान आचार्यों के वैदिक मंत्रों की गूंज में पाणिग्रहण संपन्न होगा।
उन्होंने बताया कि सामूहिक विवाह में राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ आदि प्रांतों के जोड़े विवाह बंधन में बंधेंगे। यह जोड़े अपने परिजनों के साथ गुरुवार से उदयपुर पहुंचने लगे हैं। इस अनोखे विवाह में कुछ दूल्हा -दुल्हन जन्म से दिव्यांग है या किसी हादसे के चलते अंगविहीन हुए है।