नई दिल्ली। टेलीफोन ऑपरेटर से अपने करियर की शुरुआत के बाद केन्द्रीय मंत्री पद तक पहुंचने वाले अर्जुनराम मेघवाल एक बार फिर केन्द्रीय मंत्री के रूप में रविवार को शपथ ली।
मेघवाल बीकानेर लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार सांसद निर्वाचित हुये और उन्हें एक बार फिर नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में फिर मंत्री बनाया गया है। मेघवाल राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी का प्रमुख दलित चेहरा माने जाते हैं।
उनका 20 सितम्बर 1953 को बीकानेर जिले के किसमीदेसर में लखू राम मेघवाल और हीरा देवी के यहां हुआ। उन्होंने पाना देवी से शादी की और उनके दो पुत्र और दो पुत्रियां हैं। उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा स्थानीय स्कूलों में हासिल की और बाद में बीकानेर के डूंगर कॉलेज से एमए और एलएलबी की डिग्रियां प्राप्त की।
मेघवाल शुरू से ही मेधावी रहे हैं और शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने टेलीफ़ोन ऑपरेटर के पद से अपना करियर शुरू किया। इसके बाद वह कलक्टर बने और बाद में सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और वर्ष 2009 में पहली बार सांसद चुने गऐ। इसके बाद वह लगातार बीकानेर से लोकसभा चुनाव लड़ा और इस बार वह चौथी बार सांसद बने।
अर्जुनराम मेघवाल ने इस बार चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी गोविंदराम मेघवाल को 55 हजार 711 मतों से हराया। अर्जुनराम को पांच लाख 66 हजार 737 मत मिले।
इससे पहले मेघवाल जल संसाधन राज्य मंत्री, वित्त कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री, भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री, संसदीय कार्य राज्य मंत्री और विधि एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जैसे महत्वपूर्व मंत्रालय संभाल चुके हैं। मेघवाल को 2013 में सर्वश्रेष्ठ सांसद के पुरस्कार से भी नवाजा गया था।
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