टोंक। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार पर मंथन करने की जरुरत बताते हुए कहा है कि इस पर ईमानदारी से विश्लेषण किया जाना चाहिए।
पायलट ने टोंक जिला कांग्रेस कार्यालय में उनकी टोंक से लगातार दूसरी जीत पर पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार जताने के बाद सोमवार को मीडिया से रूबरू होते हुए यह बात कही। उन्होंने टोंक विधानसभा से दूसरी बार की अपनी जीत को जनता और कार्यकर्ताओं को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि पार्टी की हार पर जयपुर और दिल्ली में मंथन किया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि उनका मानना है कि इस हार पर मंथन होना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि पांच साल पहले जो विकास का काम शुरु किया गया उसमें कमी नहीं आने दी जाएगी लेकिन हमने इस बार चुनाव में परम्परा को तोड़ने के लिए कड़ी मेहनत करने के बाद भी इसे तोड़ नहीं पाए और कामयाब नहीं हो सके यह चिंता का विषय हैं। हर बार सरकार बनाने के बाद हम सरकार रिपीट नहीं कर पाते हैं, इस पर चिंतन और विश्लेषण करना होगा, कहां कमी रही और क्या कारण रहे कि सफलता नहीं मिल सकी। उन्होंने कहा कि कारणों का विश्लेषण होगा। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से विश्लेषण किये जाने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हमारा वोट प्रतिशत कम नहीं रहा हैं, हम सरकार नहीं बना पाये लेकिन मजबूत विपक्ष बनकर काम करेंगे। लोकसभा चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि वह हमेशा ही कांग्रेस कार्यकर्ता रहे हैं और उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसका हरसंभव निर्वह्न करेंगे। उन्होंने कहा कि जनता ने पार्टी को विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया हैं जिसका वह सम्मान करते हैं और यह जिम्मेदारी निभाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। चुनाव में टिकटों के वितरण एवं अन्य मुद्दों पर कहा कि इन सब मुद्दों पर पार्टी के मंच पर चर्चा की जाएगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा के बयान पर पायलट ने कहा कि उनका बयान देखा है, जिस पर भी पार्टी को मंथन करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह बड़ा आश्चर्यजनक है और वह मुख्यमंत्री के ओएसडी है इसलिए यह चिंता का विषय भी हैं। उन्हें उम्मीद है कि पार्टी इस पर ध्यान देगी कि इस तरह क्यों कहा गया और क्या सच है और क्या झूठ है लेकिन ऐसा उन्होंने बोला है जो बड़ा चिंता का विषय है।