प्रदर्शनकारी छात्रों को कभी धमकी नहीं दी : ममता बनर्जी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को अपने खिलाफ दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार अभियान पर निशाना साधा और एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उन्होंने कभी भी प्रदर्शनकारी छात्रों को धमकी नहीं दी।

उनकी यह टिप्पणी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की छात्र शाखा के सदस्यों को संबोधित करने के एक दिन बाद आई है जबकि कांग्रेस आज आरजी कर अस्पताल में हुई डॉक्टर की हत्या के लिए न्याय की मांग को लेकर कोलकाता के एस्प्लेनेड इलाके में विरोध मार्च आयोजित करने की तैयारी कर रही है।

बनर्जी ने एक्स पर एक संदेश में कहा कि मैं स्पष्ट कर दूं कि मैंने छात्रों या उनके आंदोलनों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोला है। मैं उनके आंदोलन का पूरा समर्थन करती हूं। उनका आंदोलन सच्चा है। मैंने उन्हें कभी धमकी नहीं दी, जैसा कि कुछ लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं। यह आरोप पूरी तरह से गलत है।

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी 9 अगस्त को हुई हत्या और बलात्कार की त्वरित जांच की मांग और प्रदर्शनकारियों को ममता बनर्जी की कथित धमकी के विरोध में एस्प्लेनेड में विरोध मार्च का नेतृत्व करेंगे।

बुधवार को भाजपा द्वारा 12 घंटे के बंगाल बंद का आयोजन करने के एक दिन बाद आज कांग्रेस मार्च करेगी, जिसके दौरान छिटपुट हिंसा की खबरें आईं और उत्तर 24 परगना में भारतीय जनता पार्टी के एक नेता के वाहन पर गोली चलाई गई।

भाजपा ने दावा किया कि बंद के दौरान उसके 1,350 समर्थकों को गिरफ्तार किया गया और 210 घायल हो गए। भाजपा ने गिरफ्तार लोगों के खिलाफ एस्प्लेनेड के डोरिना क्रॉसिंग पर 7 दिवसीय धरना भी शुरू कर दिया है।

पार्टी नेताओं ने अगले 7 दिनों के लिए पूरे राज्य के सभी मजिस्ट्रेट कार्यालयों पर प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है। एक संबंधित घटनाक्रम में संस्थान के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष को लगातार 14वें दिन सीबीआई के सवालों का सामना करना पड़ा। इन दिनों वह सुबह 10 बजे जांच एजेंसी के कार्यालय में पेश होते रहे हैं और रात 10 बजे घर वापस लौटते रहे हैं।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने भी संदीप घोष की सदस्यता निलंबित कर दी है। पश्चिम बंगाल सरकार के अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों का संघर्ष विराम गुरुवार को 21वें दिन में पहुंच गया, इसके बाद भी बनर्जी ने उनसे ड्यूटी पर लौटने की अपील की।

चिकित्सक अपनी 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ 9 अगस्त को हुए कथित बलात्कार और हत्या के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। कोलकाता पुलिस से जुड़े नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय अब तक गिरफ्तार किया गया एकमात्र आरोपी हैं।