अमरोहा/नोएडा/शामली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि ये चुनाव किसी को विधायक बनाने का नहीं, किसी को मंत्री बनाने का नहीं है और मुख्यमंत्री बदलने का चुनाव नहीं है, ये चुनाव यूपी का भाग्य बदलने का चुनाव है।
उन्होंने कहा कि पिछले 15 साल से सपा बसपा की सरकारों ने उत्तर प्रदेश को बर्बाद कर रख दिया है। पंद्रह साल का समय किसी व्यक्ति के जीवन में बहुत बड़ा समय होता है, किसी प्रदेश के लिए भी ये बहुत बड़ा समय होता है पर इन पंद्रह सालों ने यूपी को बहुत पीछे कर दिया है।
शाह ने कहा कि अखिलेश जी पूछते हैं कि यूपी के अच्छे दिन कब आएंगे, मैं कहता हूं कि 11 मार्च से यूपी के अच्छे दिन शुरु होने वाले हैं, यूपी की जनता जिस दिन अखिलेशजी को मुख्यमंत्री की कुर्सी से उतारेगी, उसी दिन से यूपी के अच्छे दिन की शुरूआत होने वाली है।
उन्होंने कहा कि यूपी में आज चारों तरफ गुंडागर्दी, लूट, खून बलात्कार हो रहा है ऐसे में प्रदेश का कैसे विकास हो सकता है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यूपी रोजगार में नंबर एक आ सकता था, बिजली पहुंचाने में नंबर एक आ सकता था, पानी देने में नंबर एक आ सकता था, महिलाओं को गैस देने, अस्पताल खोलने और गरीबों को दवा देने में नंबर एक आ सकता था, लेकिन अखिलेश जी ने यूपी को नंबर एक बना दिया हत्याओं में, बलात्कार में।
यूपी में हर रोज 13 हत्याएं होती है, यहां हर रोज 26 महिलाओं के साथ अत्याचार होता है। अपहरण, फिरोती, और 200 दंगे पिछले पांच सालों में हुए। ऐसे में अखिलेश सरकार यूपी का विकास नहीं कर सकती। शाह ने कहा कि अखिलेश जी ने चुनाव से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है और इसीलिए उन्होंने कांग्रेस से गठबंधन कर लिया है।
उन्होंने कहा कि यूपी में गुंडाराज चल रहा है और मैं यूपी की जनता से आह्वान करता चाहता हूं कि यहां बीजेपी की सरकार बनवा दीजिए, इसके बाद गुंडे 12 मार्च के बाद खुद ही प्रदेश छोड़ कर भाग जाएंगे। शाह ने कहा कि ये जो दो शहजादे इकट्ठे होकर घूम रहे हैं, उनमें से एक से मां परेशान है, दूसरे से पिता, और यूपी की जनता दोनों से परेशान है।
उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद हर साल नरेंद्र मोदी सरकार ने यूपी को एक लाख करोड़ रूपए ज्यादा भेजा है। ढाई सालों में कुल ढाई लाख करोड़ रूपए भेजा है। पर ये पैसा जनता तक नहीं पहुंचा क्योंकि ये सारा पैसा अखिलेश सरकार ने भ्रष्टाचार में उड़ा दिया। और अखिलेश जी अब कहते हैं कि हम सुधर गए हैं, अच्छी सरकार देंगे।
मैं जनता से आह्वान करता हूं कि चाचा भतीजे के चक्कर में मत पड़िए, ये सब एक हैं। शिवपाल जी भी वहां हैं, अतीक भी वहां हैं, गायत्री प्रजापति भी वहां है, आजम खां भी वहां हैं। इसका मतलब है कि कुछ भी नहीं बदला। अखिलेश जी यूपी की जनता की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहे हैं। पर उत्तर प्रदेश की जनता सबकुछ समझ चुकी है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गन्ना किसानों की बेहतरी के लिए तमाम उपाय किये पर यूपी में गन्ना किसानों का छह हजार करोड़ रूपए बकाया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार की चीनी मिलों से सांठगांठ है। इसीलिए गन्ना किसानों का भला नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अब पूछते हैं कि ढाई साल में मोदी सरकार ने क्या किया। मैं बताना चाहता हूं कि चुनाव उत्तर प्रदेश का है, देश का नहीं। हम जब 2019 में आएंगे तो पाई पाई का हिसाब देंगे। मैं ये भी बताना चाहता हूं कि हमने देश को बोलने वाला प्रधानमंत्री दिया।
आपने तो ऐसा प्रधानमंत्री दिया था जिनकी आवाज दस सालों तक देश ने सुनी ही नहीं। हमने ढाई साल तक ऐसी सरकार चलाई है कि जिस पर हमारे विरोधी भी भ्रष्टाचार का एक आरोप नहीं लगा सके।
राहुल-अखिलेश की रैली में उमड़ी युवाओं की भीड़
कानपुर। जीआईसी मैदान में हुई राहुल-अखिलेश की रैली में वैसे तो महिलाएं, पुरुष सभी रहे पर युवाओं की भीड़ देखते बन रही थी। युवाओं का जोरदार नारा ‘अखिलेश तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं’ पर राहुल-अखिलेश ने हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
कानपुर में पहली बार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी व सीएम अखिलेश यादव की संयुक्त रैली हुई है वह भी चुनावी माहौल में। ऐसे में इन युवा नेताओं को देखने के लिए पूरा मैदान खचाखच भर गया। इसके साथ ही मैदान के बाहर भी सड़कों पर भीड़ अपने नेताओं को सुनने के लिए जमा रही।
सबसे खास बात यह रही कि 2014 लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी की रैली के बाद शायद पहली बार होगा जब युवाओं का रैली पर क्रेज बढ़ा होगा। ‘यूपी को यह साथ पसंद है’ नारे के साथ युवाओं ने राहुल व अखिलेश के पक्ष में जमकर नारेबाजी की।
युवाओं के जोश से दोनों नेताओं के चेहरे खिल उठे और कहा कि इन युवाओं का जोश बयां कर रहा है कि उत्तर प्रदेश का मतदाता विकास के नाम मतदान करने जा रहा है न कि झूठे वादों पर। चप्पे-चप्पे पर पुलिस दो बड़े नेताओं की रैली को देख जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहा।
एसएसपी आकाश कुलहरि ने स्वयं सड़कों पर निगरानी करते दिखे और सहयोगियों को निर्देश देते रहे। रैली स्थल के आस-पास रास्तों को डायवर्ट कर दिया गया था और चप्पे-चप्पे की निगहबानी के लिए दूसरे जिलों से भी फोर्स को बुलाकर लगाया गया।