नई दिल्ली। क्रिकेट की छवि समय समय पर दागदार होती रही है और इस खेल में महिलाओं को लेकर क्रिकेटरों के विवादों में फंसने की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। इसका ताजा उदाहरण है भारतीय लेग स्पिनर अमित मिश्रा जो एक महिला के साथ कथित तौर पर उत्पीडऩ को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं।
टीम इंडिया के लेग स्पिनर अमित मिश्रा के महिला उत्पीडऩ के ताजा विवाद ने फिर एक बार इस बात को हवा दे दी है कि क्या जो कुछ हो रहा है वह सब सामान्य है या फिर नहीं तो इस प्रकार की घटनायें क्यों बार-बार उभरकर सामने आ रही हैं।
क्यों नहीं इसको रोकने के लिये कोई ठोस कदम उठाए जाते। क्या देश का प्रतिनिधित्व करने वाले इन क्रिकेटरों पर लगाए गए आरोपों में वास्तव में सच्चाई होती है या फिर व्यक्तिगत मतभेद के चलते उन्हें इस तरह के संवेदनशील मुद्दों में घसीटा जाता है। जो भी हो अंतत: नुकसान तो क्रिकेट का ही होता है।
अमित मिश्रा का यह विवाद क्रिकेट जगत में कोई नया घटनाक्रम नहीं है बल्कि एक लंबी फेहरिस्त है ऐसे खिलाडिय़ों की जिनका विवादों से खासा लगाव रहा है और वह सुर्खियों के केंद्रबिंदु रहे हैं।
बात चाहेे आस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वार्न की हो या फिर बांग्लादेश के तेज गेंदबाज रूबेल हुसैन की। इनके महिलाओं को लेकर विवादों में फंसने ने काफी सुर्खियां बटोरी हैं। हुसैन पर इस वर्ष विश्वकप के ठीक पहले अभिनेत्री और उनकी प्रेमिका ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
अभिनेत्री के इन आरोपों के बाद हुसैन का विश्वकप में खेलना तक संदिग्ध हो गया था। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन बाद में राष्ट्र हित के आधार पर जमानत दे दी गई थी। 19 वर्षीय हुसैन ने टीम में शामिल होते हुए इंग्लैंड के खिलाफ मैच विजयी प्रदर्शन किया था जिसके बाद अभिनेत्री ने नाटकीय अंदाज में उन पर लगाए सभी आरोपों को वापिस ले लिया था।
आस्ट्रेलिया के सर्वकालिक महान स्पिनर वार्न का विवादों से गहरा नाता रहा हैं। वर्ष 2003 में करियर के चरम दौर से गुजर रहे वार्न पर एक दक्षिण अफ्रीकी महिला ने फोन पर अश्लील बातें करने का आरोप लगाया था। वार्न पर जांच के बाद 12 महीने का प्रतिबंध लगा दिया गया था।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज मखाया एनतिनी पर 1998 में ईस्ट लंदन में एक महिला ने दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। हालांकि बाद में सभी आरोप बेबुनियाद निकले और उन्हें छोड़ दिया गया।
आस्ट्रेलिया के ल्यूक पोमर्सबाक पर एक अमरीकी महिला ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2012 के दौरान बेंगलुरु में एक पार्टी के दौरान यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया था। ल्यूक ने खुद को निर्दोष बताया था। बाद में उन्हें अदालत से अंतरिम जमानत दे दी गई थी।
भारत के विनोद कांबली और उनकी पत्नी पर उनकी घरेलू नौकरानी ने उन पर मारपीट का आरोप लगाया था। नौकरानी ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने उसके साथ मारपीट की और उसे कमरे में बंद कर दिया।
वेस्टंइंडीज के आलराउंडर रेयान हिंड्स पर वर्ष 2012 में 28 वर्षीय महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। हिंड्स के खिलाफ आरोप लगाने वाली यह महिला बाद में अपने आरोपों से मुकर गई जिसके बाद हिंड्स को छोड़ दिया गया।
इसी क्रम में प्रख्यात क्रिकेट स्तंभ लेखक और प्रथम श्रेणी के क्रिकेटर आस्ट्रेलिया के पीटर रीबाक हैं जिन्होंने अपने ऊपर दुष्कर्म के आरोपों के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए आत्महत्या कर ली थी।
भारत के रणजी खिलाड़ी उदय जोशी पर इसी कड़ी में अगला नाम हैं। गुजरात के लिए खेलने वाले इस खिलाड़ी पर एक नाबालिग लड़के के खिलाफ यौन उत्पीडऩ का आरोप लगा था। अपने 18 वर्ष के लंबे क्रिकेट करियर के दौरान 186 मैचों में 557 विकेट निकालने वाले जोशी को बाद में छह वर्ष के कारावास की सजा दी गई थी।
वर्ष 1943 में जन्मे दक्षिण अफ्रीका के प्रथम श्रेणी के लॉरी विलमाट को 13 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के आरोप में वर्ष 2000 में 12 साल की सजा दी गई थी। 28 वर्ष के लंबे करियर वाले विलमाट ने चार साल बाद ही अवसाद में आकर अपने को गोली मार ली। वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज लेस्ले हल्टन को अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में फांसी दे दी गई थी।
प्रख्यात अंपायर आस्ट्रेलिया के स्टीव रांदेल को नौ स्कूली लड़कियों के साथ यौन उत्पीडऩ के आरोपों के बाद चार साल के कारावास की सजा दी गई थी। पेशे से स्कूली अध्यापक रहे रांदेल को जब यह सजा दी गई थी तब वह अपने अंपायरिंग करियर के चरम पर थे। उन्होंने आस्ट्रेलिया की तरफ से सर्वाधिक 33 मैचों में अंपायरिंग की थी।