चंडीगढ़। नशे पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए नई पीढ़ी को अच्छे संस्कार देने व राज्य में जनजागरण अभियान चलाने की जरूरत है।
नशे के शिकार लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकार द्वारा प्रदेश में जहां 53 नशा मुक्ति केंद्र चलाए जा रहे हैं वहीं युवाओं के लिए इस साल 1000 व्यायामशालाएं खोली जाएंगी और उनके कौशल विकास के लिए हरियाणा कौशल मिशन कार्यक्रम लागू किया जाएगा।
यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हिसार में अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर आयोजित यूथ एगेंस्ट ड्रग्स कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि उपस्थितजन को संबोधित करते हुए कही। हिसार रेंज पुलिस विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, जींद व भिवानी के हजारों युवाओं ने भागीदारी की। हिसार मंडल में नशा मुक्ति के क्षेत्र में सराहनीय काम करने वाले पांच युवाओं को मुख्यमंत्री ने सहभागिता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने आई स्पोर्ट ड्रग फ्री हरियाणा के सोशल मीडिया पोर्टल का भी विमोचन किया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंतर्राष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस पर ऐसे आयोजन को सराहनीय बताते हुए पुलिस विभाग व आईजी ओपी सिंह को बधाई दी। उन्होंने कहा कि नशे पर अंकुश लगाने के लिए कानून तो हैं लेकिन यह एक सामाजिक विषय होने के कारण अच्छे संस्कारों और लोगों की जागरूकता के आधार पर ही इसकी स्थाई रोकथाम संभव है। उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों पर निगरानी रखकर और उचित परामर्श के माध्यम से उन्हे सही दिशा की ओर अग्रसर कर सकते हैं। विद्यार्थियों पर शिक्षकों का बहुत प्रभाव होता है, इसलिए वे भी बच्चों की चेतना जागृत करके उन्हें नशे की बुराइयों के प्रति सचेत करें।
उन्होंने बताया कि नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ पुलिस के माध्यम से कड़ी कार्रवाई की जा रही है, वहीं प्रदेश में 53 नशा मुक्ति केंद्र चलाए जा रहे हैं जिनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है। युवाओं का ध्यान रचनात्मकता की ओर लगाने के लिए प्रदेश के गांव-गांव में 6500 व्यायामशालाएं खोलने का निर्णय लिया गया है जिनमें कोच व खेल प्रशिक्षक भी अलग से नियुक्त किए जाएंगे। योजना के तहत इस वर्ष 1000 व्यायामशालाएं खोल दी जाएंगी।
उन्होंने आह्वान किया कि गांव-देहात के सभी युवाओं को खेलों में भागीदारी करते हुए पसीना बहाना चाहिए ताकि उनका शारीरिक विकास हो और वे नाकारात्मक विचारों से बचे रह सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा नई खेल नीति बनाई गई है जिसका लाभ युवाओं को मिलेगा। प्रदेश में 1-1 करोड़ रुपए की इनामी राशि वाली राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती व कबड्डी प्रतियोगिताएं शुरू की गई हैं जिनसे युवाओं का रुझान खेलों की तरफ होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोजगारी की समस्या के समाधान के लिए हरियाणा कौशल मिशन के तहत एक लाख युवाओं के कौशल विकास का कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। पिछले दिनों गुडग़ांव में वल्र्ड इंवेस्टमेंट समिट का आयोजन किया गया जिसके माध्यम से प्रदेश की समृद्धि के साथ-साथ 4 लाख युवाओं के रोजगार का मार्ग भी प्रशस्त होगा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे केवल डिग्री लेने में नहीं बल्कि अपने कौशल के विकास में विश्वास रखें।
उन्होंने कार्यक्रम में आए हिसार मंडल के पांचों जिलों के युवाओं से आह्वान किया कि वे गांव-गांव जाकर जनजागरण अभियान चलाएं। इस दौरान वे लोगों को समझाएं कि शराब या अन्य कोई भी नशा किसी समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि नशा एक अभिशाप है जिससे मनुष्य के शरीर, मन व बुद्धि खराब होने के साथ-साथ सामाजिक जीवन भी दूषित होता है। समाज भी नशे की आदत को घृणा की नजर से देखता है। नशे के शिकार लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकार भी प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि नशे की प्रवृति को जड़-मूल से उखाड़ फैंकने के लिए हर समझदार हरियाणावासी को सबका साथ-सबका विकास की नीति पर सरकार का सहयोग करना चाहिए। हम सभी के सामूहिक प्रयासों और दृढ़ इच्छाशक्ति से नशे की प्रवृति पर स्थाई अंकुश लगाया जा सकता है।
पुलिस महानिरीक्षक ओपी सिंह ने कार्यक्रम में भागीदारी पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें इस मुहिम का प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने तथ्य प्रस्तुत करते हुए कहा कि देश की 125 करोड़ की आबादी में 34 लाख युवा नशे के शिकार हैं। हालांकि यह बहुत बड़ा आंकड़ा नहीं है लेकिन फिर भी हमें सचेत रहकर न केवल इन युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाना है बल्कि भावी पीढ़ी को भी नशे की लत से बचाकर रखना है ताकि अपराध के कारण को ही खत्म किया जा सके।
उन्होंने कहा कि हिसार मंडल के 5 जिलों की आबादी 52 लाख है जिनमें से 17 हजार युवा चोरी और नशे की प्रवृति के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि हमें हर युवा को शंका की दृष्टि से नहीं देखना है बल्कि उन पर विश्वास रखते हुए उन्हें विकास में भागीदार बनाना है।
उन्होंने कहा कि कई अफ्रीकी देश नशे की गिरफ्त के चलते पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं। वहां का युवा वर्ग पूरी तरह से खोखला हो चुका है और विभिन्न प्रकार की बीमारियों की गिरफ्त में है। उन्होंने कहा कि परिवार, समाज और स्कूल सभी मिलकर नशे से युवाओं को बचाने में अपनी भूमिका निभाएं। जिस प्रकार आंधी आने पर हम खिड़कियां बंद करते हैं न कि आंधी को रोकने का प्रयास करते हैं, उसी प्रकार अपने बच्चों को नशे की आंधी से बचाकर रखना हम सभी का सामूहिक दायित्व है। यदि हममें से हर व्यक्ति अपने 50-50 मीटर की जिम्मेदारी लेकर नशे के खिलाफ अभियान चलाएं तो नशे के कारोबारी अपने आप खत्म हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नशा मुक्ति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले फतेहाबाद के सुरेंद्र कुमार, हिसार के संदीप कुमार, सिरसा के जगदीश, जींद के रविंद्र व भिवानी के शिवा को सहभागिता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। सिरसा के पुलिस अधीक्षक सतेंद्र गुप्ता ने मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। मंच संचालन कृति गोयल ने किया। कार्यक्रम के दौरान नशा विरोधी फिल्में भी दिखाई गईं। कई युवाओं ने गीत, कविता व भाषण के माध्यम से लोगों को नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए इससे बचने का आह्वान किया।
इस अवसर पर हिसार रेंज के आईजी ओपी सिंह, आयुक्त राजीव रंजन, मुख्यमंत्री के ओएसडी कैप्टन भूपेंद्र सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त विजय कुमार, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार, हकृवि के कुलपति केएस खोखर, पुलिस अधीक्षक अश्विनी शैणवी, ओपी नरवाल व सतेंद्र गुप्ता, एसडीएम अशोक कुमार बंसल, एएसपी आरके मीणा, फूल कुमार, वसीम अकरम, प्रवीन कुमार, हरीश भारद्वाज सहित अन्य पुलिस अधिकारी, कर्मचारी, विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी व बड़ी संख्या में विभिन्न जिलों के युवाओं के अलावा गणमान्य शहरवासी भी मौजूद थे।