लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सपा सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में स्वीकार किया कि पिछले पांच माह के अंदर सूबे में बलात्कार की 1012 घटनाएं हुईं। राज्य सरकार ने भाजपा विधायक सतीश महाना द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह स्पष्टीकरण दिया।
भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री से जानना चाहा था कि प्रदेश में 15 मार्च 2016 से 18 जुलाई 2016 के बीच महिला उत्पीड़न, बलात्कार, लूट और डकैती की कितनी घटनाएं पंजीकृत हुईं हैं? उन्होंने यह भी पूछा था कि क्या सरकार ने इन अपराधों को रोकने के लिए कोई ठोस कार्य योजना बनाई है?
सतीश महाना के सवाल पर सरकार ने लिखित जवाब में बताया कि 15 मार्च से 18 जुलाई के बीच प्रदेश में महिला उत्पीड़न की 4520, घटनाएं हुईं जबकि इस बीच बलात्कार के 1012 मामले दर्ज हुए। जवाब में लूट की 1386 और डकैती की 86 घटनाएं बताई गईं।
ऐसे मामलों को रोकने के लिए सरकार द्वारा बनाई गई ठोस कार्य योजना के सवाल पर बताया गया कि हर जिले में एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध की नियुक्ति की गई है और उसके अधीन प्रत्येक जिले में क्राइम ब्रांच का गठन किया गया है।
इसके अलावा सरकार ने पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी के अधीन महिला सम्मान प्रकोष्ठ का भी गठन किया है।